राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) की तरफ से शिक्षा में सुधार की मांग को लेकर पटना (Patna) में 2 फरवरी को निकाले गए आक्रोश मार्च में शामिल कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई थी. इस दौरान पुलिस लाठीचार्ज में आरएलएसपी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) सहित कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे. इलाज के लिए उन्हें पटना मेडिकल कालेज अस्पताल (PMCH) ले जाया गया था. अस्पताल से घर लौटने के बाद सोमवार को उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर लिखा, 'हमला तो जानलेवा था, परन्तु मारने वाले से बचाने वाले के हाथ लम्बे होते हैं. हृदय से अपने उन साथियों का आभार, जिन्होंने पुलिस की लाठी और मेरे बीच आकर अपने-अपने सर फोड़वा लिए और मेरी जान बचा दी. शेष भगवान का आशीर्वाद और आप सभी की दुआएं काम आ गयी.'
हमला तो जानलेवा था, परन्तु मारने वाले से बचाने वाले के हाथ लम्बे होते हैं।
हृदय से अपने उन साथियों का आभार, जिन्होंने पुलिस की लाठी और मेरे बीच आकर अपने-अपने सर फोड़वा लिए और मेरी जान बचा दी। शेष भगवान का आशीर्वाद और आप सभी की दुआएं काम आ गयी ।
— Upendra Kushwaha (@UpendraRLSP) February 4, 2019
पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में आरएलएसपी ने सोमवार को बिहार बंद (Bihar Bandh) का आह्वान किया था. इस एक दिवसीय बिहार बंद का आवागमन पर प्रतिकूल असर देखा गया. प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर उतरकर सड़कें जाम कर दी, जिससे कई क्षेत्रों में आवगमन ठप देखा गया. इस बंद का महागठबंधन के अन्य दलों ने भी समर्थन किया था. यह भी पढ़ें- बिहार: नालंदा में तेज रफ्तार बस 20 फीट गहरे गड्ढे में पलटी, 4 यात्रियों की मौत, सीएम नीतीश ने किया मुआवजे का ऐलान
बंद के दौरान हालांकि पटना की अधिकांश दुकानें खुली हुई दिखीं. इधर, बक्सर में बंद समर्थकों ने रेल पटरी को जाम कर प्रदर्शन किया. नालंदा, आरा और सुपौल में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे और आग जलाकर सड़क जाम कर दी.