लोकसभा चुनाव 2019: रालोद प्रमुख अजीत सिंह का पीएम मोदी पर वार, कहा- नोटबंदी से असंगठित क्षेत्र की अर्थव्यवस्था हुई बर्बाद, किसानों के चेहरे पर लौटाएंगे मुस्कान
आरएलडी प्रमुख चौधरी अजीत सिंह (Photo Credits: ANI)

मुजफ्फरनगर: रालोद प्रमुख अजीत सिंह (RLD Chief Ajit Singh) ने कहा कि अगर उन्हें पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से जीत मिलती है तो किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाना और औद्योगिक समृद्धि उनकी प्राथमिकता होगी. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ ‘महागठबंधन’ में शामिल राष्ट्रीय लोक दल के नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नोटबंदी के कदम ने इलाके में असंगठित क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया. सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘किसानों को एक साल से भी अधिक समय से अपना बकाया नहीं मिला जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिलों को गन्ना बेचकर 14 दिन के भीतर उनका बकाया चुकाने का वादा किया था.’’ उन्होंने लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 11 अप्रैल को मुजफ्फरनगर में मतदान से दो दिन पहले कहा, ‘‘मोदी सच नहीं बोलते.’’

‘महागठबंधन’ के मुजफ्फरनगर से उम्मीदवार 2014 में बागपत से चुनाव हार गए थे और इस बार उन्हें चुनाव जीतने का भरोसा है. उनके बेटे जयंत चौधरी को बागपत से गठबंधन का उम्मीदवार बनाया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे सिंह के अनुसार किसानों का बकाया इस गन्ना क्षेत्र में प्रमुख मुद्दों में से एक है. उन्होंने कहा कि अकेले उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों का बकाया 10,000 करोड़ रुपये से अधिक है. मोदी ने लाल किले से भाषण दिए थे कि उनकी सरकार ने गन्ना किसानों को 89 प्रतिशत राशि चुका दी है.

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80 वर्षीय नेता ने कहा, ‘‘लेकिन जनता को महसूस हुआ कि मोदी सच नहीं बोलते. उनके शब्दों और आंकड़ों पर भरोसा नहीं किया जा सकता.’’ यह पूछे जाने पर कि चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने मुजफ्फरनगर को क्यों चुना, इस पर उन्होंने कहा कि वह जिले में औद्योगिक समृद्धि वापस लाना चाहते हैं वह चाहते हैं किसानों का कर्ज माफ हो और उनका बकाया अदा किया जाए.

रालोद प्रमुख ने कहा, ‘‘मुजफ्फरनगर भारत का सबसे अमीर जिला है. अधिकतम संख्या में ट्रैक्टर यहां बेचे जाते हैं. यहां 87 औद्योगिक इकाइयां हैं. यहां इस्पात उद्योग भी हैं लेकिन अब सब खत्म हो चुके हैं. मेरी सबसे बड़ी चुनौती समृद्धि लौटाना है. आसान नहीं है लेकिन यह किया जाना चाहिए.’’

उन्होंने कहा, ‘‘बेरोजगारी बहुत बड़ा मुद्दा है. नोटबंदी ने असंगठित क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया.’’