Ram Mandir Bhumi Pujan: भूमि पूजन से पहले ममता बनर्जी बोलीं-हिंदू,-मुस्लिम, सिख, ईसाई, आपस में हैं सब भाई-भाई; मेरा भारत महान
अयोध्या में पूजा शुरू हो गई है. राम मंदिर भूमि पूजन के साथ ही 5 अगस्त की तारीख इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहंच चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी भी समय जहां पहुंच सकते हैं. भूमि पूजन समारोह को लेकर देश की राजनीति गरमाई हुई है. विपक्षी नेताओं की तरफ से इस मामले में सुबह से ही बयानबाजी शुरू है. असदुद्दीन ओवैसी, दिग्विजय सिंह, मायावती के बाद अब पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया सामने आई है.
नई दिल्ली. अयोध्या में पूजा शुरू हो गई है. राम मंदिर भूमि पूजन (Ram Mandir Bhumi Pujan) के साथ ही 5 अगस्त की तारीख इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहंच चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) किसी भी समय जहां पहुंच सकते हैं. भूमि पूजन समारोह को लेकर देश की राजनीति गरमाई हुई है. विपक्षी नेताओं की तरफ से इस मामले में सुबह से ही बयानबाजी शुरू है. असदुद्दीन ओवैसी, दिग्विजय सिंह, मायावती के बाद अब पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (West Bengal Mamata Banerjee) की प्रतिक्रिया सामने आई है. मायावती ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम,सिख, ईसाई आपस में हैं भाई-भाई. मेरा भारत महान.
ममता बनाजी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हिंदू-मुस्लिम,सिख, ईसाई आपस में हैं भाई-भाई. मेरा भारत महान, महान हमारा हिंदुस्तान.उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश ने हमेशा विविधता में एकता की सदियों पुरानी विरासत को बरकरार रखा है और हमें अपनी आखिरी सांस तक इसे संरक्षित रखना चाहिए. यह भी पढ़ें-Ram Mandir Bhumi Pujan: मायावती का बीजेपी पर तंज, कहा-राम मंदिर निर्माण की आड़ में राजनीति कर रही पार्टियों पर लगा विराम; इसका श्रेय सुप्रीम कोर्ट को
ममता बनर्जी का ट्वीट-
ज्ञात हो कि इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी इशांअल्लाह. दिग्विजय सिंह ने कहा कि अयोध्या जी में भगवान रामलला के मंदिर का “शिलान्यास” वेद द्वारा स्थापित ज्योतिष् शास्त्र की स्थापित मान्यताओं के विपरीत हो रहा है, हे प्रभु हमें क्षमा करना. जबकि मायावती ने कहा कि राम मंदिर की आड़ में राजनीति कर रही पार्टियों पर कुछ विराम लगा है. इसका श्रेय सर्वोच्य न्यायालय को जाता है.