Ram Mandir Bhumi Pujan: गृहमंत्री अमित शाह बोले-राम मंदिर निर्माण असंख्य रामभक्तों के सदियों के निरंतर त्याग-संघर्ष, तपस्या और बलिदान का परिणाम
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त यानि आज राम मंदिर का भूमि पूजन किया. इस खास मौके पर सब कुछ शुभ मुहूर्त के हिसाब से हुआ है. इसके साथ ही अब मंदिर निर्माण का शुभारंभ हो गया है. पीएम मोदी ने राम मंदिर की नींव में नौ शिलाएं रखीं हैं. भूमि पूजन के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने भी प्रतिक्रिया दी है. शाह ने कहा कि राम मंदिर निर्माण असंख्य रामभक्तों के सदियों के निरंतर त्याग-संघर्ष, तपस्या और बलिदान का परिणाम है.
नई दिल्ली. अयोध्या (Ayodhya) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने 5 अगस्त यानि आज राम मंदिर का भूमि पूजन (Ram Mandir Bhumi Pujan) किया. इस खास मौके पर सब कुछ शुभ मुहूर्त के हिसाब से हुआ है. इसके साथ ही अब मंदिर निर्माण का शुभारंभ हो गया है. पीएम मोदी ने राम मंदिर की नींव में नौ शिलाएं रखीं हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर भारतीय संस्कृति का दर्शन देगा, अनंतकाल तक मानवता को प्रेरणा देगा. भूमि पूजन के बाद गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने भी प्रतिक्रिया दी है. शाह ने कहा कि राम मंदिर निर्माण असंख्य रामभक्तों के सदियों के निरंतर त्याग-संघर्ष, तपस्या और बलिदान का परिणाम है.
अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रभु श्री राम मंदिर निर्माण असंख्य नाम-अनाम रामभक्तों के सदियों के निरंतर त्याग, संघर्ष, तपस्या और बलिदान का परिणाम है.आज के दिन मैं उन सभी तपस्वियों को नमन करता हूँ जिन्होंने इतने वर्षों तक सनातन संस्कृति की इस अमूल्य धरोहर के लिए संघर्ष किया.जय श्री राम!. यह भी पढ़ें-Ram Mandir Bhumi Pujan: भूमि पूजन के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, RSS प्रमुख मोहन भागवत, अमित शाह सहित इन नेताओं ने दी ये प्रतिक्रिया
अमित शाह का ट्वीट-
अमित शाह ने कहा कि इस भव्य प्रभु श्री राम मंदिर का निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मजबूत और निर्णायक नेतृत्व को दर्शाता है. इस अविस्मरणीय दिन पर सभी भारतवासियों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं. मोदी सरकार भारतीय संस्कृति और उसके मूल्यों की रक्षा व संरक्षण के लिए हमेशा कटिबद्ध रहेगी.
गृहमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि प्रभु श्री राम जी के आदर्श एवं विचार भारतवर्ष की आत्मा में बसते हैं। उनका चरित्र एवं जीवन दर्शन भारतीय संस्कृति की आधारशिला है. राम मंदिर निर्माण से यह पुण्यभूमि अयोध्याजी पुनः विश्व में अपने पूर्ण वैभव के साथ जग उठेगी. धर्म और विकास के समन्वय से रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे.