बीजेपी महासचिव राम माधव (Ram Madhav) ने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद अब 200 से 250 लोगों को नजबंद किया गया है. राम माधव ने कहा अनुच्छेद 370 समाप्त होने के दौरान करीब 2000 से 2500 लोगों को नजरबंद किया गया था. लेकिन अब सिर्फ 200 से 250 लोगों को नजबंद हैं. बीजेपी महासचिव ने कहा नजरबंद लोगों को पूरे सम्मान के साथ रखा गया है, कुछ लोगों को फाइव-स्टार गेस्ट हाउस में तो कुछ लोगों फाइव-स्टार होटल्स में रखा गया है. राम माधव ने कहा कि पिछले दो महीनों से राज्य में शांति का माहौल है. इससे आप समझ सकते हैं कि कश्मीर की आम जनता क्या चाहती है और नजरबंद किए गए ये 200 से 250 लोग क्या चाहते हैं.
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद राज्य में कानून व्यवस्था खराब होने का डर था इसलिए वहां लोगों को नजरबंद किया गया. राम माधव ने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 370 जब प्रभावी था, उसने जम्मू-कश्मीर के निवासियों को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित किया. माधव ने कहा कि मोदी सरकार ने इस विवादास्पद प्रावधान लोकतांत्रिक तरीके से हटाया है.
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अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद 200-250 लोग हैं नजरबंद-
Ram Madhav, BJP National General Secretary: I would also like to say that 200-250 people have been put under preventive detention and there has been peace in Kashmir since 2 months. You can understand what do the people of Kashmir want & what do these 200-250 people want. (30.09) https://t.co/UDP4lcpdUv
— ANI (@ANI) September 30, 2019
उन्होंने कहा कि, विपक्षी नेता और अन्य लोग जो जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने की आलोचना कर रहे हैं, उन्हें बताना चाहिए कि क्या इसके प्रावधान लोकतांत्रिक तरीके से लागू किए गए थे. राम माधव ने आगे कहा कि, "1994 में एक सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि पाकिस्तान के साथ चर्चा करने के लिए एकमात्र विषय है जब वे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को भारत को सौंप देंगे. उन्होंने कहा, 'कश्मीर के संबंध में भारत और पाकिस्तान के बीच पीओके की स्थिति पर बातचीत बाकी है."