राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018: सरदारपुरा सीट से अशोक गहलोत से आगे चल रहे हैं

राजस्थान के मुख्यमंत्री रह चुके अशोक गहलोत आज भी राज्य में पसंदीदा नेताओं की गिनती में आते हैं. कभी छात्रसंघ चुनाव हार चुके गहलोत ने मेहनत और लगन से केंद्रीय मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री जैसे तमाम बड़े पदों तक का सफर तय किया है.

राजस्थान में 7 दिसम्बर को हुए विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती मंगलवार की सुबह शुरू हो गयी. सूबे में 199 सीटों के लिए वोट डाले गए थे. राज्य भर में बनाए गए कुल 35 केंद्रों पर लगभग 20,000 कर्मचारी वोटों गी गिनती कर रहे हैं. इस बीच खबर आ रही है कि सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लीड कर रहे हैं. अशोक गहलोत अपनी परंपरागत सीट सरदारपुरा से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे है. उनका मुकाबला बीजेपी के शंभू सिंह खेतासर से है.

बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री रह चुके अशोक गहलोत आज भी राज्य में पसंदीदा नेताओं की गिनती में आते हैं. कभी छात्रसंघ चुनाव हार चुके गहलोत ने मेहनत और लगन से केंद्रीय मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री जैसे तमाम बड़े पदों तक का सफर तय किया है. अपने 39 साल के राजनैतिक सफर में गहलोत ने कई उतार चढ़ाव देखे. इसी का नतीजा है कि वे अब राजस्थान की राजनीति और जनता को बखूबी पहचान चुके हैं.

ब्राह्मण, क्षत्रिय और जाटों की प्रभाव वाली राजस्थान की राजनीति में 1998 में पहली बार माली समाज से ताल्लुक रखने वाले अशोक गहलोत जब मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने जनता के लिए बहुत कुछ किया. मुख्यमंत्री रहते हुए गहलोत ने पानी बचाओ, बिजली बचाओ, सबको पढ़ाओ का नारा देकर आम लोगों को जागरूक किया था. इसके अलावा वे भारत सेवा संस्थान, के संस्थापक भी है. यह संस्था गरीबों को मुफ्त किताबें और एम्बुलेंस की सुविधा मुहैया कराती है.

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