नई दिल्ली. राजस्थान में जारी सियासी संग्राम (Rajasthan Political Crisis) खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. रोजाना किसी न किसी तरह का नया अपडेट इस मामले में सामने आ रहा है. एक तरफ राजस्थान के विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी अर्जी वापस ली है तो दूसरी तरफ मायावती (Mayawati) की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की ओर से राजस्थान हाईकोर्ट में पक्षकार बनाने के लिए पत्र दिया गया है. इसके साथ ही विधानसभा सत्र बुलाने के प्रस्ताव को गवर्नर कलराज मिश्रा ने ठुकरा दिया है. जिसके बाद अशोक गहलोत सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
बता दें कि विधायक मदन दिलावर की याचिका में बीएसपी ने पक्षकार बनाने की मांग की है. बीजेपी विधायक ने बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में विलय के खिलाफ स्पीकर के सामने दायर याचिका पर कार्रवाई नहीं होने के बाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. इसमें सीपी जोशी, सचिव सहित बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायकों को भी पक्षकार बनाया गया है. यह भी पढ़ें-Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच स्पीकर सीपी जोशी ने सुप्रीम कोर्ट से वापस ली याचिका
ANI का ट्वीट-
Bahujan Samaj Party (BSP) moves Rajasthan High Court seeking to become a party in the petition by BJP against the merger of six BSP MLAs in the state with Congress party.
— ANI (@ANI) July 27, 2020
गौरतलब है कि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के विधायक मदन दिलावर ने स्पीकर सीपी जोशी से अपील की थी कि बीएसपी के छह विधायकों को दल-बदल कानून के तहत विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दें. इस मामले में स्पीकर सीपी जोशी की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई है.