जयपुर, 11 दिसंबर. राजस्थान में सियासी संग्राम एक बार फिर शुरू हो गया है. कांग्रेस के भीतर मचे आपसी गुटबाजी को पार्टी अब तक नहीं सुलझा पायी है. आज तक की खबर के अनुसार राज्य की बीटीपी के दो विधायकों ने सीएम अशोक गहलोत के नेतृत्ववाली कांग्रेस सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. दरअसल बीटीपी के समर्थन वापस लेने से सूबे की सरकार को एक बड़ा झटका जरूर लगा है.
बता दें कि हाल ही में हुए पंचायत चुनाव की नाराजगी के चलते बीटीपी ने अपना समर्थन कांग्रेस सरकार से वापस लिया है. हालांकि बीटीपी के दोनों विधायकों के समर्थन वापस लेने से राज्य की गहलोत सरकार के बहुमत पर कोई असर नहीं पड़ा है. गहलोत सरकार पर जब संकट के बादल मंडराए थे तब भारतीय ट्राइबल पार्टी कांग्रेस के साथ खड़ी थी. यह भी पढ़ें-Rajasthan Political Crisis: विधानसभा में सीट चेंज को लेकर बोले सचिन पायलट, मैं जब तक बैठा हूं, सरकार सुरक्षित है
गौर हो कि बीटीपी ने आरोप लगाया है कि पंचायत चुनाव के दौरान कांग्रेस ने उसे धोखा दिया . पंचायत चुनाव में 1833 सीटों पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया था और कांग्रेस ने 1713 सीटों पर जीत दर्ज की थी. सूबे की कांग्रेस सरकार पर खतरे के बादल नहीं मंडरा रहे हैं. क्योकि राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटें हैं. जिसमें से गहलोत सरकार के पास मौजूदा समय में बहुमत का आंकड़ा है.