Rajasthan Political Crisis: राजस्थान कांग्रेस में सुलह, राहुल गांधी से मिलने के बाद माने सचिन पायलट, कहा- मुझे पद की लालसा नहीं
सचिन पायलट (Photo Credits: Facebook)

जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) के बागी कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) और उनके समर्थकों को पार्टी में लाने की कोशिश कामयाब हो गई है. इसी के साथ ही राजस्थान कांग्रेस में सुलह भी हो गई है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से सोमवार को मिलने के बाद राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पार्टी में वापसी करने के लिए मान गए है. हालांकि कांग्रेस ने पायलट की शिकायतों का समाधान करने के लिए तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया है. जिसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल शामिल होंगे.

राजस्थान के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा “मुझे खुशी है की कांग्रेस अध्यक्षा और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विस्तार से चर्चा की. साथी विधायकों की बातों को हमने सामने रखा. मुझे आश्वासित किया गया है कि तीन सदस्यीय की कमेटी जल्द इन तमाम मुद्दों का समाधान करेगी. ये सैद्धांतिक मुद्दे थे.” Rajasthan Political Crisis: सचिन पायलट गुट के विधायक भंवर लाल शर्मा ने CM अशोक गहलोत से की मुलाकात, कहा- अब नाराजगी दूर हुई

उन्होंने कहा “पार्टी पद देती है तो पार्टी पद ले भी सकती है। मुझे पद की बहुत लालसा नहीं है लेकिन मैं चाहता था कि जो मान-सम्मान-स्वाभिमान की बात हम करते थे वो बनी रहे. हमने हमेशा कोशिश की है कि जिनकी मेहनत से सरकार निर्माण हुआ है उन लोगों की हिस्सेदारी, भागेदारी सुनिश्चित की जाए.”

पार्टी महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, "इस बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फैसला किया है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी पायलट एवं अन्य नाराज विधायकों की ओर से उठाए गए मुद्दों के निदान एवं उचित समाधान तक पहुंचने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन करेगी."

उन्होंने कहा, "सचिन पायलट ने राहुल गांधी जी से मुलाकात की और उन्हें विस्तार से अपनी चिंताओं से अवगत कराया. दोंनों के बीच स्पष्ट, खुली और निर्णायक बातचीत हुई." उनके मुताबिक, पायलट ने कांग्रेस पार्टी और राजस्थान में कांग्रेस सरकार के हित में काम करने की प्रतिबद्धता जताई है.

बताया जा रहा है कि राजस्थान कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मुलाकात के बाद ही राजस्थान में व्याप्त सियासी गतिरोध को सुलझाना मुमकिन हुआ है. इसके साथ ही कांग्रेस में पायलट और उनके 18 वफादार विधायकों की वापसी तय हो गई है.