Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान के डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट बोले-सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं
राजस्थान के सियासी संग्राम में सीएम अशोक गहलोत का पलड़ा भारी दिख रहा है. आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नाराज चल रहे सचिन पायलट शामिल नहीं हुए. जिसके बाद मंत्रिमंडल ने उन्हें डिप्टी सीएम पद और प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया है. राजस्थान मंत्रिमंडल से सचिन पायलट सहित उनके दो करीबी मंत्रियों पर कार्रवाई की है.
नई दिल्ली. राजस्थान के सियासी संग्राम (Rajasthan Congress Crisis) में सीएम अशोक गहलोत का पलड़ा भारी दिख रहा है. आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नाराज चल रहे सचिन पायलट (Sachin Pilot) शामिल नहीं हुए. जिसके बाद मंत्रिमंडल ने उन्हें डिप्टी सीएम (Deputy CM) पद और प्रदेश अध्यक्ष (State President) के पद से हटा दिया है. राजस्थान मंत्रिमंडल से सचिन पायलट सहित उनके दो करीबी मंत्रियों पर कार्रवाई की है. राजस्थान के डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट ने प्रतिक्रिया दी है.
सचिन पायलट ने अपने ट्विटर अकाउंट से डिप्टी सीएम हटा दिया है. साथ ही उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं. राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में सचिन पायलट का बड़ा योगदान था. बावजूद इसके पार्टी ने जब मुख्यमंत्री बनाने का समय आया तो सचिन की बजाय अशोक गहलोत को कमान दी. इसके बाद से ही सचिन पायलट नाराज चले रहे थे. लेकिन अशोक गहलोत के साथ मतभेद जब चरम पर पहुंचा तो सचिन पायलट ने बगावती रुख अपना लिया है. यह भी पढ़ें-सचिन पायलट को कांग्रेस ने दिखाया बाहर का रास्ता, राजस्थान के डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष पद से किया बर्खास्त
सचिन पायलट का ट्वीट-
ज्ञात हो की सचिन पायलट की जगह पर गोविंद सिंह डोटासरा को सूबे के प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है. पायलट के अलावा उनके बेहद करीबी विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्रिमंडल से बाहर किया गया है.