जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर एक बार फिर से मुद्दा गरमाने लगा है. आरक्षण की मांग को लेकर शनिवार को गुर्जर समाज की तरफ से महापंचायत बुलाई गई थी. जिस महापंचायत (Mahapanchayat) में गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला (Kirori Singh Bainsla) समेत कई लोग शामिल हुए थे. गुर्जर समाज द्वारा आयोजित महापंचायत के दौरान कोरोना के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला समेत 32 लोगों के खिलाफ राजस्थान के बयाना पुलिस स्टेशन में मामले दर्ज हुआ है.
वहीं शनिवार को बुलाई गई महापंचायत में गुर्जरों को सबसे पिछड़े वर्ग (एमबीसी) के रूप में शामिल करने की मांग की गई है. महापंचायत के दौरान गुर्जर नेता बैंसला ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि उनका आज का आंदोलन आसान था, लेकिन स्थिति को देखते हुए, सरकार को एक बार फिर से कुछ समय दे रहा हूं. जिस पर एक नवंबर को निर्णय लेंगे, हमारी मांगें पूरी होंगी या हम आंदोलन शुरू करेंगे. यह भी पढ़े: राजस्थान में तेज हुई आरक्षण की मांग, गुर्जर महापंचायत ने राजस्थान सरकार को दी 1 नवंबर तक की मोहलत
Rajasthan: A case has been registered against Gujjar leader Kirori Singh Bainsla and 32 others in Bayana police station for holding Mahapanchayat in Bharatpur yesterday in violation of COVID-19 protocols.
— ANI (@ANI) October 18, 2020
बता दें कि समिति की प्रमुख मांगों में आरक्षण को केंद्र की 9वीं अनुसूची में शामिल करवाना, बैकलॉग की भर्तियां निकालने और प्रक्रियाधीन भर्तियों में पूरे पांच फीसदी आरक्षण का लाभ दिया जाना शामिल है.