शिष्टाचार भेंट का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए करने संबंधी मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के आरोप को खारिज करते हुए कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बुधवार को कहा कि उन्होंने गोवा (Goa) के मुख्यमंत्री के साथ हुई कोई निजी बातचीत साझा नहीं की है बल्कि राफेल (Rafale) मामले से जुड़ी वही बातें की हैं जो पहले से सार्वजनिक पटल पर हैं. राहुल गांधी ने कहा कि मैं पर्रिकर जी की स्थिति के साथ पूरी तरह से सहानुभूति रखता हूं और आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. गोवा में हमारी मुलाकात के बाद आप पर प्रधानमंत्री का भारी दबाव है और इसलिए मुझ पर हमला कर के आपको उनके प्रति वफादारी दिखाने की जरूरत है.
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि उनको इस अनावश्यक और दुर्भाग्यपूर्ण विवाद पर बोलने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि पर्रिकर का पत्र मीडिया को लीक किया गया. गांधी ने पर्रिकर को लिखे जवाबी पत्र में कहा, ''पर्रिकर जी, मैं यह सुनकर आहत हूं कि आपने मुझे कोई पत्र लिखा और इसे मुझे पढ़ने का मौका मिलने से पहले ही मीडिया में लीक कर दिया.'' उन्होंने कहा, ''सम्मान के साथ कहना चाहता हूँ कि मेरा आपके यहां दौरा पूरी तरह निजी था. निःसन्देह आपको यह याद होगा कि जब अमेरिका में आपका उपचार चल रहा था तब भी मैंने आपकी सेहत के बारे में जानने के लिए संपर्क किया था.''
I totally empathise with Parrikar Ji's situation & wish him well. He's under immense pressure from the PM after our meeting in Goa and needs to demonstrate his loyalty by attacking me.
Attached is the letter I've written him. pic.twitter.com/BQ6V6Zid8m
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 30, 2019
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ''बहरहाल, मैं एक जनप्रतिनिधि हूं. राफेल सौदे में एक भ्रष्ट प्रधानमंत्री की बेईमानी को लेकर उन पर हमला करना मेरा अधिकार है.'' उन्होंने कहा, '' मैंने वही बातें कहीं हैं जो पहले से ही सार्वजनिक पटल पर हैं. मैंने हमारी मुलाकात के दौरान हुई बातचीत की कोई जानकारी साझा नहीं की है.'' उन्होंने कहा कि उन्हें इस अनावश्यक और दुर्भाग्यपूर्ण विवाद पर बोलने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि पत्र मीडिया को लीक किया गया.
दरअसल, पिछले काफी अर्से से बीमार चले रहे गोवा के मुख्यमंत्री पर्रिकर ने बुधवार को राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने ‘शिष्टाचार भेंट’ का इस्तेमाल तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिये किया और उन दोनों के बीच पांच मिनट की मुलाकात में राफेल मुद्दे का कोई जिक्र नहीं हुआ था. कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में पर्रिकर ने कहा, ‘‘मैं इसे लेकर बेहद आहत हूं कि आपने इस मुलाकात का इस्तेमाल भी अपने तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए किया. आपने मेरे साथ महज 5 मिनट का वक्त बिताया और इस दौरान न तो आपने राफेल के बारे में कुछ जिक्र किया और न ही हमने इस संबंध में कोई चर्चा की.'’ यह भी पढे़ं- मनोहर पर्रिकर ने राहुल गांधी को लिखा पत्र, कहा- आपने बीमार व्यक्ति से भेंट का इस्तेमाल तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए किया
पर्रिकर ने राहुल को यह पत्र ऐसे समय में लिखा है जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया था कि पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उनका नये सौदे से कोई लेना देना नहीं है.
भाषा इनपुट