चीन और भारत की तनातनी को लेकर राहुल गांधी ने साधा प्रधानमंत्री पर निशाना, बोले- नरेंद्र मोदी वास्तव में हैं Surender Modi
पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी (Photo Credits-PTI)

नई दिल्ली: लद्दाख (Ladakh) के गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत और चीन (India-China) सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तल्खी और बढ़ गई है. एक ओर जहां दोनों देशों के बीच आई कड़वाहट पर अमेरिका (America) अपनी नजर बनाए हुए है तो वहीं भारत-चीन के बढ़ते तनाव (India-China Tension) को लेकर कांग्रेस (Congress) लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर बनी हुई है. भारत-चीन के बीच बढ़ती तनातनी को देखते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर निशाना साधा है. उन्होंने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा है कि नरेंद्र मोदी वास्तव में Surender मोदी हैं.

हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है. इससे पहले भी राहुल गांधी ने गलवान घाटी में भारतीय-चीनी सेना के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 जवानों की शहादत को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भारत सरकार के वरिष्ठ मंत्री प्रधानमंत्री को बचाने के लिए झूठ बोल रहे हैं.

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वहीं दूसरी तरफ मध्यस्थता की पेशकर करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक बार फिर भारत-चीन की स्थिति को लेकर कहा है कि हम भारत और चीन दोनों से बात कर रहे हैं. हम देखेंगे कि क्या कर सकते हैं और हम उनकी मदद करने की कोशिश करेंगे. बता दें कि इससे पहले बीते महीने ही डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-चीन के बीच उपजे सीमा विवाद को लेकर मध्यस्था की पेशकश की थी, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति की इस पेशकश को दोनों देशों ने ठुकरा दिया था. यह भी पढ़ें: गलवान घाटी में घायल जवान के पिता ने राहुल गांधी से कहा- इसमें राजनीति ना करें, हमारी सेना चीन को हरा सकती है

गौरतलब है कि जहां भारत कोविड-19 संकट से उबरने के प्रयासों में जुटा था, तो वहीं चीन अपनी सेना बल की मदद से अपने क्षेत्र की क्षेत्रीय स्थिति को बदलने की योजना बना रहा था. भारत के लद्दाख में बर्पीले सीमावर्ती क्षेत्रों में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों द्वारा पिछले महीने घुसपैठ की खबरें सामने आईं. चीनी सेना ने एलएसी के पास हथियारों के साथ शिविर स्थापित कर भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश की, जहां तैनात भारतीय सेना ने भी उन्हें पीछे वापस भेजने के लिए जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए.