नई दिल्ली: राहुल गांधी ने आज बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर मजाक ही मजाक में निशाना साधा. दरअसल कांग्रेस प्रेसिडेंट दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे इस दौरान उनके माईक ने काम करना बंद कर दिया. हालांकि यह एक तकनीकी समस्या थी जो चंद सेकंड में सही हो गई लेकिन इतनी ही देर में राहुल ने अपने समकक्ष अमित शाह पर जुबानी हमला बोल दिया.
तालकटोरा स्टेडियम में विपक्षी दलों के द्वारा आयोजित किए जा गए 'साझी विरासत बचाओ' सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान जब माईक बंद पड़ा तो राहुल गांधी का ने कहा कि अमित शाह जी ने उनका माइक ऑफ कर दिया. समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा शेयर एक वीडियो में यह साफ सुना जा सकता है.
इससे पहले राहुल ने मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी 'सोने की चिड़िया' भारत को पिंजरे में कैद कर लूटना चाहती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग देश को सोने की चिड़िया मानते हैं लेकिन हम देश को गंगा मानते हैं. उन्होंने अमित शाह के एक बयान का हवाला देते हुए कहा, 'मीडिया वाले पूछते हैं कि विपक्ष के लोग बीजेपी एवं आरएसएस के खिलाफ खड़े हैं, लेकिन सबकी विचारधाराएं अलग हैं.
#WATCH: Congress President Rahul Gandhi says 'Amit Shah ji ne mic off kar diya' after his microphone went off during his speech at 'Sanjhi Virasat Bachao Sammelan' in Delhi. pic.twitter.com/WZI5mjX3OD
— ANI (@ANI) August 16, 2018
उन्होंने कहा, ‘‘अंग्रेज भी भारत को सोने की चिड़िया कहते थे। अमित शाह ने भी यही कहा है. वह इस चिड़िया को पिंजरे कैद कर रहे हैं। सोने की चिड़िया का फायदा उनके 10-15 उद्योगपति मित्रों को मिलता है। भाजपा का लक्ष्य सोने की चिड़िया को पिंजरे में बंद करके लूटना है.'
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की ओर से 'सांझी विरासत बचाओ' सम्मेलन का आयोजन किया गया है. इस सम्मेलन में कांग्रेस सहित 17 विपक्षी दलों को निमंत्रण भेजा गया है. ये 'साझी विरासत बचाओ सम्मेलन' का छठा संस्करण है, जो गुरुवार को शुरू हुआ है. इस सम्मेलन के लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू, जनता दल (सेक्युलर) (जेडी-एस) के सर्वोच्च नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, द्रविड़ मुनेत्र कझागम (डीएमके) के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन को आमंत्रण भेजे गए हैं.