![डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर बोले राहुल गांधी- ‘मित्रों’ में प्रतिशोध की भावना? दूसरे की मदद के लिए तैयार रहे भारत लेकिन पहले देश के कोने-कोने में पहुंचाएं दवाइयां डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर बोले राहुल गांधी- ‘मित्रों’ में प्रतिशोध की भावना? दूसरे की मदद के लिए तैयार रहे भारत लेकिन पहले देश के कोने-कोने में पहुंचाएं दवाइयां](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2019/12/2019-12-09-1-1-1-380x214.jpg)
दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका को भी कोरोना वायरस ने झकझोर के रख दिया है. कोरोना वायरस के अमेरिका लाचार और बेबस नजर आ रहा है. ऐसे में कोरोना से जंग जीतने के लिए अमेरिका ने भारत से मदद मांगी है. लेकिन इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप जो अपनी बयानबाजियों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं वे एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. उनके बयान भारत अगर उन्हें हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवाई देने से इनकार करना तो वो भी इसका पलटकर जवाब देते. लेकिन देश के भीतर सियासी पारा गरमा गया है. डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के बाद कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि मित्रों में प्रतिशोध की भावना? भारत को सभी देशों की सहायता के लिए तैयार रहना चाहिए. लेकिन सबसे पहले जान बचाने की सभी दवाइयाँ और उपकरण अपने देश के कोने-कोने तक पहुंचाना अनिवार्य है.
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के बाद विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान सामने आया. जिसमें कहा गया कि हम इन आवश्यक दवाओं की आपूर्ति कुछ देशों को भी करेंगे जो विशेष रूप से महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. विदेश मंत्रलाय ने कहा कि हम सभी पड़ोसी देशों को उचित मात्रा में पेरासिटामोल और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का लाइसेंस देगा. जो हमारी क्षमता पर निर्भर करेगा. यह भी पढ़ें:- अमेरिका: प्रेसिडेंट ट्रंप ने फिर मांगी भारत से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा, कहा- आप दवाएं भेजेंगे तो अच्छा, वरना...
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा:-
Friendship isn’t about retaliation. India must help all nations in their hour of need but lifesaving medicines should be made available to Indians in ample quantities first.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 7, 2020
गौरतलब हो कि अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या सोमवार तक 10,000 से पार कर गई और इसके साथ ही देश इस इस खतरे से निपटने के लिए सबसे कठिन सप्ताह में प्रवेश कर गया है. सोमवार तक इस खतरनाक वायरस से 10,800 लोगों की मौत हो चुकी है और 3,66,000 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. इसी दरम्यान वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) की मांग भारत से की है.