नयी दिल्ली, 30 दिसंबर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अल्पावधि सैन्य भर्ती कार्यक्रम अग्निपथ को लेकर शनिवार को केंद्र की आलोचना की और आरोप लगाया कि सरकार ने अनगिनत मेहनती और होनहार युवाओं के समर्पण तथा सपनों को बर्बाद कर दिया है.
राहुल गांधी ने युवाओं के एक समूह के साथ अपनी हालिया बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए कहा कि वे अपने संघर्ष को बयां करने के लिए बिहार के चंपारण से पैदल आए. वीडियो के साथ अपने पोस्ट में गांधी ने कहा कि अग्निवीर योजना की आड़ में 2019-21 तक लागू सेना की ‘स्थायी भर्ती’ को रद्द करके सरकार ने अनगिनत मेहनती लोगों के समर्पण और होनहार युवाओं के सपनों को बर्बाद कर दिया. लोग सुलभ रेल यात्रा चाहते हैं या ‘शहंशाह’ के बुत के साथ तस्वीर: राहुल गांधी ने सरकार पर साधा निशाना
उन्होंने युवाओं से अपनी मुलाकात पर कहा, ‘‘ये युवा अपना संघर्ष बयां करने के लिए चंपारण से पैदल आए हैं. ऐसे कई युवाओं को पूरी प्रक्रिया संपन्न होने के बाद नियुक्ति का झूठा आश्वासन दिया गया और अंत में उन्हें अग्निपथ के बहाने उनके हाल पर छोड़ दिया गया.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज इन युवाओं के पास बेरोजगारी, निराशा और अपमान के अलावा कुछ नहीं बचा है. उनके पास सेना के अलावा कोई प्लान बी नहीं है.’’ वीडियो में युवाओं ने गांधी को बताया कि उन्हें सेना में भर्ती के लिए चुना गया था लेकिन अग्निपथ योजना की घोषणा के कारण उनका भविष्य अधर में लटक गया. गांधी ने उनसे कहा कि सरकार को उन्हें पर्याप्त मुआवजा देना चाहिए.
अग्निपथ योजना 14 जून, 2022 को घोषित की गई थी. इसमें साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को केवल चार वर्षों के लिए भर्ती करने का प्रावधान है, जिसमें से 25 प्रतिशत को 15 और अधिक वर्षों के लिए बनाए रखने की योजना है.
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