अमेठी, रायबरेली से राहुल और प्रियंका का नाम फिक्स? बैकफुट पर आई कांग्रेस को करिश्मे की उम्मीद
उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली सीट चर्चाओं में बनी हुई है. ऐसा इसलिए क्यों कि ये दोनों कांग्रेस परिवार की पारंपरिक सीटें रही हैं आर इन सीटों पर पार्टी ने अभी तक उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है.
उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली सीट चर्चाओं में बनी हुई है. ऐसा इसलिए क्यों कि ये दोनों कांग्रेस परिवार की पारंपरिक सीटें रही हैं आर इन सीटों पर पार्टी ने अभी तक उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है. अमेठी और रायबरेली पर सस्पेंस बरकरार है. इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के अमेठी से चुनाव लड़ने की प्रबल चर्चा चल रही है. सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं. कई रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ सकती हैं. Read Also: रामलला के दर्शन करेंगे राहुल और प्रियंका? अमेठी-रायबरेली पर खुलने वाला है सस्पेंस, क्या है कांग्रेस का प्लान.
जब प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) से पूछा गया कि क्या वह रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी, तो उन्होंने कहा, "आप देखेंगे." बता दें कि अमेठी और रायबरेली के लिए नामांकन 26 अप्रैल को शुरू होंगे. इस बात की प्रबल संभावना है कि राहुल गांधी और प्रियंका पूर्व पारिवारिक गढ़ से चुनाव लड़ सकते हैं. दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में 20 मई को पांचवें चरण में मतदान होगा.
26 अप्रैल से नामांकन शुरू
अमेठी और रायबरेली के लिए नामांकन प्रक्रिया 26 अप्रैल से शुरू होगी और तीन मई तक चलेगी. इस सीट पर लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में आगामी 20 मई को मतदान होगा.
अमेठी में दिलचस्प जंग
राहुल गांधी 2004 से 2019 तक अमेठी से सांसद रहे. मौजूदा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें पराजित किया था. बीजेपी ने अमेठी से एक बार फिर स्मृति ईरानी को ही उम्मीदवार घोषित किया है. ऐसे में अमेठी की जंग बेहद दिलचस्प हो गई है.
राहुल-प्रियंका की जोड़ी से कांग्रेस को उम्मीद
अपनी पारंपरिक सीटों पर अभी तक उम्मीदवार न घोषित करने से कांग्रेस पहले ही बैकफुट पर है. हालांकि अगर राहुल और प्रियंका गांधी गांधी के नाम की घोषणा होती है तो इससे कांग्रेस को फायदा जरूर हो सकता है. कांग्रेस अगर यहां प्रबल उम्मीदवार नहीं उतारती है तो इससे पार्टी को बड़ा नुकसान होगा. अगर बीजेपी ये दोनों सीटें जीतती है तो कांग्रेस के लिए इससे बुरा कुछ भी नहीं हो सकता है. गांधी फैमिली के लिए अपनी विरासत की ये संसदीय सीटें बेहद अहम हैं.