Punjab Election 2022: पंजाब चुनाव पर आतंकी साया! बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती करेगी केंद्र सरकार

खालिस्तानी और पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों की धमकियों के बीच केंद्र ने पंजाब में 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात करने का फैसला किया है

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits PTI/ANI)

Punjab Assembly Elections 2022: खालिस्तानी और पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों की धमकियों के बीच केंद्र ने पंजाब में 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात करने का फैसला किया है. सुरक्षा व्यवस्था के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की करीब 455 कंपनियां सीमावर्ती राज्य में तैनात की जाएंगी और तैनाती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.

यह पंजाब पुलिस कर्मियों की तैनाती के अतिरिक्त व्यवस्था होगी, जो राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति के प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालेंगे. सूत्रों ने यह भी कहा कि 200 से अधिक सुरक्षा बलों की कंपनियां चुनाव ड्यूटी के लिए पंजाब पहुंच चुकी हैं, जबकि बाकी बलों को 16 फरवरी तक राज्य में तैनात कर दिया जाएगा. यह भी पढ़े:  Punjab Elections 2022: अमित शाह का बड़ा आरोप, कहा- सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब को सुरक्षित नहीं रख सकते

अर्धसैनिक बलों की 455 कंपनियों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 150 कंपनियां, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 162 कंपनियां, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 80 कंपनियां तैनात की जाएंगी. इसके साथ ही केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) जैसे अन्य अर्धसैनिक बलों की कंपनियां भी सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेंगी.

सूत्रों ने यह भी कहा कि उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए तैनात अर्धसैनिक बलों को पंजाब की ओर मोड़ दिया जाएगा। उत्तराखंड में सोमवार को एकल चरण (सिंगल-फेज) मतदान हुआ है. गृह मंत्रालय (एमएचए) ने सीएपीएफ के डीजी को प्रत्येक बल में एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के लिए कहा है जो बल की तैनाती के लिए राज्य के अधिकारियों के साथ समन्वय करेगा.

इस बीच, बीएसएफ ने पश्चिमी सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है और सीमा पर गश्त भी बढ़ा दी गई है. गृह मंत्रालय ने सुरक्षा बलों को सीआरपीएफ, बीएसएफ और आईटीबीपी की 50 कंपनियों को स्टैंडबाय पर रखने यानी तैयार रहने को भी कहा है, जिन्हें जरूरत पड़ने पर पंजाब में तैनात किया जा सकता है.

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