मिशन 2019: प्रियंका गांधी पर घमासान जारी, किसी ने बताया 'वोट कटवा' तो कोई बोला सुंदर और नौसिखिया
प्रियंका गांधी (Photo Credits: IANS)

पटना: लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभार सौंपे जाने के बाद से सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. कई नेताओं ने प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी पर तंज कसा है. इस बीच प्रियंका गांधी को सक्रीय राजनीति में उतारने के बाद बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता ने विवादित बयान दिया है. वहीं इस बयान के बाद कांग्रेस ने भी बीजेपी पर कटाक्ष किया है.

बिहार सरकार में मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा कि प्रियंका गांधी बहुत सुंदर हैं इसके अलावा कोई प्रतीभा मुझे नहीं दिख रही है. कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को सुंदर चेहरे के चलते राजनीति में उतारा. सुंदर चेहरे से कोई फायदा नहीं होने वाला है. वह 42 साल से अधिक की हैं, लेकिन राजनीति में कुछ खास नहीं किया है. वह तो नौसिखुआ हैं. कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि सुंदर चेहरे पर वोट नहीं मिलने वाला.

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वहीं इसके जवाब में कांग्रेस की ओर से भी हमला बोला गया. कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि बीजेपी नेता की मानसिकता विकृत है. ये कुंठित लोग हैं. ऐसे बयान देने से पहले विनोद नारायण को अपने परिवार की महिलाओं के संबंध में सोचना चाहिए. बीजेपी के नेताओं ने महिलाओं के प्रति सम्मान सीखा ही नहीं है. ऐसी टिप्पणी बीजेपी के लोग ही कर सकते हैं.

इससे पहले कांग्रेस द्वारा प्रियंका गांधी को पार्टी का महासचिव बनाए जाने पर गाजियाबाद से सांसद और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाया है. उन्होंने तंज सकते हुए कहा, "प्रियंका गांधी पहले भी चुनाव प्रचार कर चुकी हैं. अब उनको महासचिव बना दिया गया है। कल उनके बच्चे बना दिए जाएंगे. जनता तय करेगी कि देश किसके नेतृत्व में आगे बढ़ेगा."

इसके अलावा समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने भी प्रियंका पर निशाना साधा था. आजम ने कहा, "यह कहना गलत है कि वे अब एक्टिव पॉलिटिक्स में आई हैं. तीन राज्यों में सरकार आ गई है तो एक्टिव का नाम दे दिया गया. कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 'वोट कटवा' का काम न करे. ये मेरी धमकी नहीं सुझाव समझें."

ऐसा माना जा रहा है कि प्रियंका के सक्रिय राजनीति में आने के बाद निश्चित रूप से देश-प्रदेश का राजनीतिक समीकरण बदल सकता है. गौरतलब हो कि प्रियंका गांधी के आधिकारिक रूप से राजनीति में पदार्पण के बाद एक बार फिर राजनीतिक वंशवाद पर बहस तेज हो गई है. ऐसा इसलिए क्योकि राजनीति के अखाड़े में उतरने वाली गांधी परिवार की नई सदस्य प्रियंका गांधी के पास पांच पीढ़ियों की विरासत है.