नरेंद्र मोदी आज लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ, कार्यक्रम में शामिल होंगे करीब 8000 अतिथि, परोसी जाएगी खास ‘दाल रायसीना’
पीएम मोदी | फाइल फोटो | (Photo Credits: Twitter)

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में बीजेपी (BJP) को मिले प्रचंड बहुमत के बाद नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज शाम 7 बजे देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्रिपरिषद (Union Council of Ministers) के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 68 वर्षीय मोदी और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों को राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) के प्रांगण में शपथ दिलाएंगे. इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) सहित शीर्ष विपक्षी नेता, उद्योग जगत के दिग्गज, फिल्मी सितारे, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और BIMSTEC सदस्य देशों के नेता मौजूद रहेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण समारोह में आज वीवीआईपी सहित 8,000 अतिथि शामिल होंगे. यह अब तक की सर्वाधिक संख्या होगी.

परोसी जाएगी राष्ट्रपति भवन रसोई का खास व्यंजन ‘दाल रायसीना’

राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता अशोक मलिक ने बुधवार को बताया कि शपथ ग्रहण समारोह करीब डेढ़ घंटे का होगा और इसके बाद ‘बिमस्टेक’ देशों के नेताओं के अलावा उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री सहित लगभग 40 गणमान्य लोगों को रात्रि भोज दिया जाएगा. मलिक ने कहा, ‘‘यह पहली बार है जब 8,000 अतिथि शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होंगे, जो गुरुवार शाम सात बजे से रात साढ़े आठ बजे तक चलेगा.’’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाला यह सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा. अब से पहले, इस तरह के समारोहों में 4,500-5,000 अतिथि शरीक हुए थे. अधिकारी ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने वाले अतिथियों के लिए ‘‘पनीर टिक्का’’ जैसे हल्के जलपान की व्यवस्था होगी. उन्होंने कहा कि रात्रिभोज में ‘दाल रायसीना’ जैसा व्यंजन परोसा जाएगा. दाल रायसीना बनाने में इस्तेमाल की जानी वाली मुख्य चीजें लखनऊ से मंगाई गई हैं. इसे करीब 48 घंटे तक पकाया जाता है. प्रवक्ता ने बताया कि दाल रायसीना की तैयारी मंगलवार को शुरू की गई थी.

BIMSTEC सदस्य देशों के नेता रहेंग मौजूद 

‘‘बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग उपक्रम ’’ (बिमस्टेक) देशों के नेताओं ने प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने की पुष्टि की है. मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और किर्गिज गणराज्य के राष्ट्रपति सोरोनबे जीनबेकोव ने भी इस कार्यक्रम में शरीक होने की पुष्टि की है. बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना, नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली, म्यामां के राष्ट्रपति यू विन माइंत और भूटान के प्रधानमंत्री लोटये शेरिंग ने भी समारोह में शरीक होने की पुष्टि की है. थाईलैंड के विशेष दूत जी. बूनराच अपने देश का प्रतिनिधित्व करेंगे. यह भी पढ़ें- अरुण जेटली के घर से निकले पीएम मोदी, मंत्री बनने के लिए पुर्नविचार करने पर हुई बात!

नए मंत्रिमंडल में होंगे नए चेहरे

पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने लगातार दूसरे दिन बुधवार को एक लंबी बैठक की. ऐसा समझा जाता है कि इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने नए मंत्रिमंडल की व्यापक रूपरेखा तय की. उम्मीद की जा रही है कि नए मंत्रिमंडल में अधिकतर वरिष्ठ मंत्रियों को बरकरार रखने के अलावा कुछ नए चेहरों को भी शामिल किया जाएगा. यद्यपि इसको लेकर अटकलें हैं कि शाह नई सरकार का हिस्सा हो सकते हैं और उन्हें एक प्रमुख प्रभार दिया जा सकता है. शाह को बीजेपी की रणनीति बनाने का श्रेय दिया जाता है. हालांकि उन्हें केंद्र में मंत्री पद देने के संबंध में कोई स्पष्टता नहीं है. ऐसी भी अटकलें हैं कि शाह बीजेपी अध्यक्ष बने रह सकते हैं क्योंकि कुछ प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव अगले एक वर्ष में होने हैं. बीजेपी के कई नेताओं का मानना है कि पूर्ववर्ती मंत्रिमंडल के अधिकतर प्रमुख सदस्यों को बरकरार रखा जा सकता है. वरिष्ठ सदस्यों जैसे राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रकाश जावड़ेकर के अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है. उत्तर प्रदेश के अमेठी में राहुल गांधी को हराने वाली ईरानी को एक प्रमुख प्रभार मिलने की उम्मीद है.

शपथ ग्रहण से एक दिन पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी को पत्र लिखकर कहा कि वह खराब सेहत के चलते नई सरकार में मंत्री पद के इच्छुक नहीं हैं. ऐसे संकेत हैं कि नए मंत्रिमंडल में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना जैसे राज्यों में बीजेपी की बढ़ती ताकत प्रतिबिंबित हो सकती है. जहां तक सहयोगी दलों का सवाल है तो शिवसेना और जेडीयू को दो-दो मंत्री पद मिलने की उम्मीद है, (एक कैबिनेट और एक राज्यमंत्री) जबकि एलजेपी और शिरोमणि अकाली दल को एक-एक मंत्री पद मिल सकते हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को शाह से मुलाकात की और समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने सरकार में जनता दल यू के प्रतिनिधित्व पर चर्चा की. लोकजनशक्ति पार्टी ने मंगलवार को एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें उसके अध्यक्ष रामविलास पासवान को मोदी सरकार में उसके प्रतिनिधि के तौर पर शामिल करने की सिफारिश की गई. अन्नाद्रमुक जो कि पूर्ववर्ती सरकार का हिस्सा नहीं थी, उसने मात्र एक सीट जीती है. उसे एक मंत्रिपद दिया जा सकता है क्योंकि पार्टी तमिलनाडु में सत्ता में है और बीजेपी की प्रमुख सहयोगी द्रविड़ पार्टी है. यह भी पढ़ें- शिवराज सिंह चौहान मोदी मंत्रिमंडल में होंगे शामिल, मिल सकता है कृषि मंत्रालय का प्रभार!

दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम, 10 हजार जवान तैनात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में विदेशी मेहमानों, मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों और अन्य विशिष्ट अतिथियों के आगमन को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम करते हुए दिल्ली पुलिस एवं सुरक्षा बलों के दस हजार जवानों को तैनात किया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कई महत्वपूर्ण जगहों पर त्वरित प्रतिक्रिया टीमों को तैनात किया गया है और महत्वपूर्ण भवनों पर अचूक निशानेबाजों को तैनात किया गया है.गुरुवार को मोदी के शपथ ग्रहण से पूर्व राजघाट, सदैव अटल समाधि और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक भवनों का दौरा करने की संभावना है. उन्होंने बताया, ‘‘शपथ ग्रहण समारोह को देखते हुए दिल्ली पुलिस और सुरक्षा बलों के दस हजार जवानों को तैनात किया गया है.’’ एक अन्य अधिकारी ने बताया कि करीब दो हजार जवानों को मोदी और विदेशी मेहमानों के आवागमन के मार्ग पर तैनात किया गया है.

भाषा इनपुट