तमिलनाडु (Tamil Nadu) के महाबलीपुरम समुद्र तट (Mahabalipuram Beach) पर सूर्य की तरोताजा करने वाली किरणों, सागर की सरसराती लहरों और सुबह के शांत वातावरण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को अपने विचारों को कविता (Poem) की माला में पिरोने के लिए प्रेरित किया. पीएम मोदी ने कहा कि समुद्र तट पर सैर करते हुए वह सागर के साथ ‘संवाद’ (Conversation) में खो गए. उन्होंने रविवार को हिंदी में टि्वटर पर लिखा, ‘ये संवाद मेरा भाव-विश्व (World Of My Feelings) है. इस संवाद भाव को शब्दबद्ध करके आपसे साझा कर रहा हूं.’
आठ पैराग्राफ में लिखी कविता में पीएम मोदी ने सागर के सूर्य से संबंध, लहरों और उनके दर्द को बताया है. पीएम मोदी की 'हे... सागर!!! तुम्हें मेरा प्रणाम!' कविता को सोशल मीडिया पर लोग काफी पसंद कर रहे हैं. यह भी पढ़ें- क्या है एक्यूप्रेशर रोलर? फिट रहने के लिए जिसका इस्तेमाल करते हैं पीएम मोदी, जानिए एक्यूप्रेशर थेरेपी के सेहतमंद फायदे.
पीएम मोदी की कविता-
कल महाबलीपुरम में सवेरे तट पर टहलते-टहलते सागर से संवाद करने में खो गया।
ये संवाद मेरा भाव-विश्व है।
इस संवाद भाव को शब्दबद्ध करके आपसे साझा कर रहा हूं- pic.twitter.com/JKjCAcClws
— Narendra Modi (@narendramodi) October 13, 2019
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने शनिवार को समुद्र तट पर ‘प्लॉगिंग’ (सुबह की सैर के दौरान प्लास्टिक की बोतल आदि कचरों को चुनना) का अपना तीन मिनट का एक वीडियो जारी किया जिसमें वह कूड़ा उठाते और लोगों से सार्वजनिक स्थानों को साफ और स्वच्छ रखने की अपील कर रहे हैं.