मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनावों के नतीजे बीजेपी को मायूस करने वाले हैं. अगले आम चुनावों से पहले सेमीफाइनल माने जाने वाले इन चुनावों में मिली हार पीएम मोदी को झटका लगा गई. इन नतीजों से कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियों के खेमे में उत्साह का माहौल हैं. हिंदी बेल्ट के इन तीन राज्यों में मिली हार के बाद बीजेपी की परेशानी बढ़ गई हैं. अगले आम चुनावों से पहले मिली इस शिकस्त से नरेंद्र मोदी को सत्ता में वापसी के लिए कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.
वैसे अगर बीजेपी और पीएम मोदी को सत्ता में वापसी करनी हैं तो उनके लिए 5 राज्य बेहद अहम है. बीजेपी को उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात और पश्चिम बंगाल में अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
उत्तर प्रदेश:
भारत में किसी भी सियासी पार्टी के लिए सत्ता में आने के लिए ये राज्य सबसे अहम है. यहां से 80 सांसद लोकसभा में जाते हैं. 2014 में बीजेपी को यूपी में जबरदस्त कामयाबी मिली थी. पीएम मोदी की लहर में बीजेपी ने यूपी में 71 सीट जीती थी, वहीं NDA को 73 सीट मिली थी.
माना जा रहा है कि अगले आम चुनाव में सपा-बीएसपी और कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो बीजेपी का समीकरण बिगड़ सकता है.
बिहार:
नरेंद्र मोदी को फिर से सत्ता पर काबिज होने में बिहार की अहम् भूमिका रहेगी. पिछले आम चुनावों में इस राज्य ने NDA को 40 में से 31 सीट दी थी. इस बार भी बीजेपी को बिहार में बंपर सीट मिलने की उम्मीद हैं क्योंकि अब नीतीश कुमार की JDU भी उनके साथ हैं. वैसे RJD-कांग्रेस गठबंधन उनकी कड़ी टक्कर डे सकता हैं.
महाराष्ट्र:
महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीट हैं. 2014 में बीजेपी को यहां से 23 सीट मिली थी और बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने 42 सीट जीती थी. कांग्रेस 2 और एनसीपी 4 सीटों पर सिमट गई थी. मगर अब स्थिति थोड़ी अलग है. शिवसेना ने बगावती तेवर अपना लिए हैं जिससे बीजेपी परेशान है. शिवसेना अपने दम पर चुनाव लड़ने की बात भी कर चुकी है.
वहीं, राज्य में कांग्रेस-एनसीपी ने हाथ मिला लिया हैं. NDA के सहयोगी रहे राजू शेट्टी भी UPA के साथ जाने की संभावनाए जताई जा रही हैं.
गुजरात:
गुजरात प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का गृह राज्य हैं. गुजरात से पिछले चुनावों में बीजेपी को 26 में से 26 सीट मिली थी. इस बार भी उन्हें ये प्रदर्शन दोहराना होगा. वैसे, सूबे में पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में मोदी-शाह की जोड़ी को कांग्रेस ने झटका दिया था. बीजेपी जो 150 सीट जीतने का दम भर रही थी वो केवल 99 सीट जीत सकी. कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 77 सीट अपने नाम की थी.
कर्नाटक:
बीजेपी का दक्षिण भारत में कर्नाटक में सबसे ज्यादा प्रभाव हैं. पिछले आम चुनावों में बीजेपी ने इस राज्य की 28 सीटों में से 17 सांसद जिते थे. इस बार हालांकि बीजेपी के सामने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की चुनौती होगी. हाल ही में राज्य की 3 लोकसभा सीट पर उप-चुनाव हुए थे जिसमें कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने 2 सीटें बीजेपी से छीनी थी.
बीजेपी आलाकमान को इन राज्यों में जीतने के लिए आक्रामक रणनीति बनानी होगी. कांग्रेस और विपक्ष के अन्य दलों से उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही हैं मगर पीएम मोदी के पास अब भी 6 महीने का कार्यकाल बाकी हैं और वे इसमें फिर 2014 जैसा करिश्मा करने में सक्षम है.