शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की. पीएम मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा- आज आदरणीय मुरली मनोहर जोशी जी का मार्गदर्शन और आशीर्वाद मिला. उनसे मिलकर मेरे जैसे हर कार्यकर्ता को हमेशा एक नई ऊर्जा मिलती है.
आज आदरणीय मुरली मनोहर जोशी जी का मार्गदर्शन और आशीर्वाद मिला। उनसे मिलकर मेरे जैसे हर कार्यकर्ता को हमेशा एक नई ऊर्जा मिलती है। pic.twitter.com/jMxKCClkOP
— Narendra Modi (@narendramodi) July 29, 2023
मुरली मनोहर जोशी एक वरिष्ठ भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य हैं. वह 1991 से 1993 तक भाजपा के अध्यक्ष रहे, और 1989 से कानपुर लोकसभा क्षेत्र से संसद सदस्य (सांसद) के रूप में कार्य किया.
जोशी का जन्म 5 जनवरी 1934 को उत्तराखंड के अल्मोडा में हुआ था. मुरली मनोहर जोशी 1950 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हुए. वह 1955 से भाजपा के पूर्ववर्ती जनसंघ के सदस्य थे. वह 1967 और 1974 में उत्तर प्रदेश विधान सभा के लिए चुने गए. 1978 से 1984 तक भारतीय संसद के ऊपरी सदन राज्य सभा में वह सांसद थे.
मुरली मनोहर जोशी 1989 में लोकसभा के लिए चुने गए. उन्होंने 1990 से 1991 तक चंद्र शेखर सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री के रूप में कार्य किया. 1991 में उन्हें भाजपा के अध्यक्ष के रूप में चुना गया. उन्होंने तब तक भाजपा के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. 1993. वह 1998 से 2004 तक अटल बिहारी वाजपेई सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री थे. वह 1996 में थोड़े समय के लिए वाजपेई सरकार में गृह मामलों के मंत्री भी थे.
जोशी को 2017 में भारत सरकार द्वारा दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. वह कई पुस्तकों के लेखक हैं, जिनमें "विज्ञान, स्थिरता, और भारतीय राष्ट्रीय पुनरुत्थान: भाषणों का संग्रह", "विकल्प", "मेरे सपनों का वैज्ञानिक भारत", और "विघटन और सद्भाव के प्रतिमान" शामिल हैं. जोशी का विवाह तरला जोशी से हुआ है. उनकी दो बेटियां हैं, प्रियंवदा और निवेदिता.