भारत के दक्षिणतम छोर पर, कन्याकुमारी के नीले पानी में उभरे एक पत्थर पर, विवेकानंद रॉक मेमोरियल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ध्यान में लीन हैं! यह वही पत्थर है जहाँ कभी स्वामी विवेकानंद ने समुद्र की लहरों और शांत हवाओं के बीच घंटों ध्यान किया था.
यह पत्थर, कन्याकुमारी के समुद्र तट से लगभग 500 मीटर दूर स्थित दो पत्थरों में से एक पर स्थित है. विवेकानंद के जीवन में इस पत्थर का महत्व गौतम बुद्ध के लिए सारनाथ जैसा ही था. यहाँ से ही विवेकानंद ने अपनी अद्भुत यात्रा की शुरुआत की थी.
सूर्यदेव की उपासना, 'ॐ' का जाप..
प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल के मंडपम में ध्यान-साधना में लीन, पीएम मोदी 1 जून की शाम तक करेंगे तप #VivekanandaRockMemorial #Kanniyakumari #TamilNadu #PMModi pic.twitter.com/uWaUPGU8fk
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) May 31, 2024
30 मई की शाम, प्रधानमंत्री ने कन्याकुमारी भगवती अम्मन मंदिर में पूजा की और माँ का आशीर्वाद लिया. 45 घंटों के ध्यान के बाद प्रधानमंत्री रॉक मेमोरियल के पास बनी तिरुवल्लुवर प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे. यह तमिल कवि और दार्शनिक वल्लुवर की 41 मीटर ऊंची पत्थर की प्रतिमा है. यह प्रतिमा 38 फीट के एक चबूतरे पर खड़ी है, जो सदाचार के 38 अध्यायों का प्रतिनिधित्व करता है.
आपको बता दें कि चुनाव के बीच ध्यान करने की प्रधानमंत्री की परंपरा 2019 से शुरू हुई थी. 2019 में भी, अंतिम चरण के मतदान से पहले, प्रधानमंत्री ने केदारनाथ में ध्यान किया था. उन्होंने रुद्र गुफा में 17 घंटे ध्यान किया था.