
नई दिल्ली: पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक अंतरिक्ष अन्वेषण सम्मेलन (Global Conference on Space Exploration) में वीडियो संदेश के माध्यम से दुनिया को संबोधित किया. यह वीडियो कल रिकॉर्ड किया गया था और आज प्रसारित किया जा रहा है. अपने संदेश में पीएम मोदी ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा को "जिज्ञासा, साहस और सामूहिक प्रगति की एक घोषणा" बताया.
प्रधानमंत्री ने कहा, “अंतरिक्ष केवल एक गंतव्य नहीं है, यह जिज्ञासा, साहस और सामूहिक प्रगति की घोषणा है. भारत की अंतरिक्ष यात्रा इसी भावना को दर्शाती है. 1963 में एक छोटे से रॉकेट के प्रक्षेपण से लेकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरने वाला पहला देश बनने तक, हमारी यह यात्रा बेहद उल्लेखनीय रही है.”
उन्होंने कहा कि भारत के रॉकेट केवल पेलोड ही नहीं, बल्कि 1.4 अरब भारतीयों के सपनों को लेकर उड़ान भरते हैं. पीएम मोदी ने कहा “हमारे रॉकेट केवल वैज्ञानिक उपकरण नहीं ले जाते, वे हमारे देशवासियों की आकांक्षाओं और महत्वाकांक्षाओं को भी साथ ले जाते हैं.”
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi's video message, recorded yesterday for the Global Conference on Space Exploration, is being aired.
PM Modi says, "Space is not just a destination. It is a declaration of curiosity, courage and collective progress. Indian space journey… pic.twitter.com/DGyRC39GSV
— ANI (@ANI) May 7, 2025
मोदी ने यह भी ज़ोर दिया कि भारत के वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष एजेंसियों ने ऐसे कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं, जो न केवल देश के लिए बल्कि पूरी मानवता के लिए गर्व की बात है. उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में काम करने वाले विशेषज्ञों, इंजीनियरों और छात्रों के योगदान को भी सराहा.
प्रधानमंत्री का यह संदेश न केवल भारत की तकनीकी प्रगति को रेखांकित करता है, बल्कि यह वैश्विक मंच पर भारत की वैज्ञानिक दृष्टि और सहयोगी भावना को भी प्रस्तुत करता है. यह संदेश ऐसे समय में आया है जब भारत का अंतरिक्ष क्षेत्र निजी क्षेत्र के लिए भी तेजी से खुल रहा है और आने वाले वर्षों में कई नए मिशनों की योजना बनाई जा रही है.