WB Assembly Election 2021: गृहमंत्री अमित शाह ने युवाओं से अपील करते हुए कहा- एक बार सुभाष बाबू के जीवन को पढ़िए
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) आज कोलकाता के नेशनल लाइब्रेरी में पहुंचे, जहां उन्होंने पश्चिम बंगाल की महान हस्तियों को श्रद्धांजलि दी. यहाँ अमित शाह ने नेशनल लाइब्रेरी (National Library) में ही बिप्लब बंगला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और साइकिल यात्रा को हरी झंडी दिखाई.आज तीन साइकिल यात्राएं की जाएंगी. पहली साइकिल यात्रा कोलकाता से झारग्राम होते हुए पुरुलिया, दूसरी यात्रा कोलकाता से हुगली होते हुए पूर्ब बर्धमान, और तीसरी यात्रा कोलकाता से नॉर्थ 24 परगना और हुगली होते हुए पूर्ब बर्धमान, कोलकाता से नॉर्थ 24 परगना और हुगली होते हुए मुर्शिदाबाद तक जाएंगी.
कोलकाता, 19 फरवरी: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) आज कोलकाता के नेशनल लाइब्रेरी में पहुंचे, जहां उन्होंने पश्चिम बंगाल की महान हस्तियों को श्रद्धांजलि दी. यहाँ अमित शाह ने नेशनल लाइब्रेरी (National Library) में ही बिप्लब बंगला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और साइकिल यात्रा को हरी झंडी दिखाई.आज तीन साइकिल यात्राएं की जाएंगी. पहली साइकिल यात्रा कोलकाता से झारग्राम होते हुए पुरुलिया, दूसरी यात्रा कोलकाता से हुगली होते हुए पूर्ब बर्धमान, और तीसरी यात्रा कोलकाता से नॉर्थ 24 परगना और हुगली होते हुए पूर्ब बर्धमान, कोलकाता से नॉर्थ 24 परगना और हुगली होते हुए मुर्शिदाबाद तक जाएंगी.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने सुभाष बाबू के बारे में कहा की देश की जनता उन्हें इतने साल के बाद भी उतने ही प्यार और सम्मान से याद करती है जितना वे जीवित थे और संघर्ष करते थे तब करती थी. बहुत प्रयास हुआ कि उनको भुला दिया जाए लेकिन उनका व्यक्तित्व, काम और बलिदान कोई कितना भी प्रयास करे भारतवासियों के मन में वैसे ही रहेगा. उन्होंने कहा की नेताजी को कैसे सही श्रद्धांजलि दी जाए उसके लिए पीएम के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई है जो यह तय करेगी. साथ ही उन्होंने युवाओं से कहा की आप अभी को सुभाष बाबू के जीवन के बारे में पढना चाहिए जिससे आप बहुत कुछ सीख सकते है. यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश: सहारनपुर में चीनी मांझा की वजह से करंट की चपेट में आकर शख्स की मौत
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की महान हस्तियों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि आज तीन साइकिल यात्रा रवाना हो रही जिसमे से एक का नाम सुभाष बाबू के नाम पर रखा जायेगा दुसरे का नाम रास बिहारी बोस के नाम पर रखा जायेगा. तीसरे का नाम खुदीराम बोस के नाम पर रखा जायेगा. यह यात्रा सभी ग्रामीण भारत के क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानियों के संदेश का प्रसार करेगी.