नई दिल्ली : सेना के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को अपनी स्मृतियों को ताजा करते हुए कहा कि उरी हमले के बाद 2016 में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) ने अभूतपूर्व नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया था. यहां आयोजित एक गोष्ठी में पूर्व उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फिलिप कम्पोज और श्रीनगर स्थित 15वीं कोर के पूर्व जरनल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सतीश दुआ, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह और पर्रिकर के पुत्र उत्पल पर्रिकर की मौजूदगी में मनोहर पर्रिकर के योगदान और विशिष्टताओं को याद किया गया.
दुआ ने कहा कि साल 2016 में उरी में हुए हमले के कुछ घंटे बाद पर्रिकर कश्मीर पहुंचे और वह हमले वाली जगह जाना चाहते थे. उन्होंने कहा कि पर्रिकर ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर दो सवाल पूछे थे. एक सवाल साथ में होने वाले नुकसान और दूसरा सवाल भारतीय पक्ष के किसी जवान की जान न जाने को लेकर था.