लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 15 अगस्त, 2018 को स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर समस्त विभागों द्वारा जन सहभागिता से वृक्षारोपण का अभियान चलाकर वृहद वृक्षारोपण कार्य किया जाएगा. वन विभाग इस दिन, आवंटित कुल लक्ष्य का 30 प्रतिशत एवं अन्य विभाग आवंटित लक्ष्य का 80 प्रतिशत पौध रोपित करेंगे. इस प्रकार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विशेष वृक्षारोपण अभियान के तहत एक दिन में 5 करोड़ से अधिक पौधे रोपित किए जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पौधारोपण से ही हम प्रकृति का संरक्षण कर सकते हैं. प्रकृति को संरक्षित करके बेहतर भविष्य की संकल्पना को साकार किया जा सकता है. पौधारोपण के कार्यक्रम को सफल बनाने में जनसहभागिता आवश्यक है. इसके लिए जरूरी है कि लोगों को जागरूक किया जाए. उन्होंने कहा कि 'एक व्यक्ति-एक वृक्ष' के संकल्प को लेकर इस लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने यह विचार सोमवार को यहां कुकरैल पिकनिक स्पॉट स्थित मौलश्री प्रेक्षागृह में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले विशेष पौधारोपण अभियान 'वृहद वृक्षारोपण-2018' की समीक्षा अवसर पर व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि हम सब की जिम्मेदारी है कि वनीकरण को आदर्श स्थिति में लाया जाए. सरकार द्वारा इस वर्ष विशेष वृक्षारोपण अभियान के अन्तर्गत प्रदेश में कम से कम 9.16 करोड़ पौध रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है. वृक्षारोपण का यह लक्ष्य वन एवं वन्य जीव विभाग तथा 22 अन्य विभागों के लिए निर्धारित किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने में वन विभाग के अधिकारियों को दोहरी भूमिका निभानी होगी. एक ओर जहां आपको विभागीय लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से पूरा करना होगा, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के अन्य 22 विभागों द्वारा किए जा रहे वृक्षारोपण हेतु समन्वय एवं तकनीकी जानकारी सुनिश्चित कराते हुए उनका मार्गदर्शन भी कराना होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि काम करने की इच्छा शक्ति व सकारात्मक सोच से ही लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस वृहद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आवश्यक है कि वृक्षारोपण कार्यक्रम की ब्राण्डिंग की जाए. लोगों को जागरूक करने के लिए प्रकृति संरक्षण के सम्बन्ध में स्लोगन लगवाए जाएं. वन विभाग एनओसी देते समय सम्बन्धित विभागों से वृक्षारोपण का शपथ पत्र प्राप्त करें. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ईको-टूरिज्म की अपार सम्भावनाएं हैं, आवश्यकता है सिर्फ इसको बढ़ावा देने की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. स्वच्छता को अपनाकर हम स्वस्थ व समर्थ भारत की संकल्पना को साकार कर सकते हैं. इसके दृष्टिगत सरकार ने विगत 15 जुलाई से 50 माइक्रॉन से कम के कैरी बैग को प्रतिबंधित कर दिया है और आगामी 2 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में सभी प्रकार के डिस्पोजल भी प्रतिबंधित कर दिए जाएंगे. इन कार्यो से बेहतर पर्यावरण का निर्माण होगा, जो स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बेल का एक पेड़ भी रोपित किया.