वाराणसी: देश की सबसे चर्चित लोकसभा सीट वाराणसी से चुनाव लड़ने वाले कॉमेडियन श्याम रंगीला का नामांकन रद्द कर दिया गया है. नामांकन रद्द होने के बाद श्याम रंगीला ने कहा कि हमारा मकसद यह बताना था कि लोकतंत्र कितना खतरे में है. भावुक होते हुए श्याम रंगीला ने कहा कि मैं हंसने वाला कलाकार हूँ, लेकिन आज मेरे पास कुछ कहने को नहीं है. श्याम रंगीला ने कहा कि अब मुझे लगता है कि कॉमेडी बेहतर क्षेत्र है और राजनीति मेरी बस की नहीं.
नामांकन क्यों हुआ रिजेक्ट?
श्याम रंगीला ने वाराणसी से नामांकन पत्र दाखिल किया था. आज (15 मई) श्याम रंगीला को जांच के लिए बुलाया गया था. जांच के बाद शाम को बाहर निकले श्याम रंगीला ने बताया कि कड़ी मेहनत और मुश्किलों का सामना करके हमने 14 मई को वाराणसी लोकसभा सीट के लिए नामांकन पत्र दाखिल किए थे. हमने सारे कागजात और ज़रूरी चीज़ें ध्यान में रखते हुए नामांकन किया था. लेकिन आज हमें बताया गया कि नामांकन के दौरान लिए गए शपथ को आपने पूरा नहीं किया है. इसके कारण आपका नामांकन पत्र रिजेक्ट कर दिया गया है.
"माँ गंगा का आशीर्वाद नहीं मिला" - श्याम रंगीला
श्याम रंगीला ने कहा कि शायद मुझे माँ गंगा का आशीर्वाद नहीं मिला. साथ ही उन्होंने वाराणसी जिला प्रशासन पर नामांकन प्रक्रिया को भ्रमित करने का आरोप लगाया. वाराणसी सीट से नामांकन दाखिल करने के बाद श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि "आप सभी के सहयोग और मेरे प्रयास से कल प्रशासन ने एक दिन में 27 नामांकन लिए, देखने वाले जल्द ही जान जाएंगे कि अगला कौन जाएगा."
वाराणसी में 1 जून को होगा मतदान
नामांकन रिजेक्ट होने के बाद अब श्याम रंगीला वाराणसी सीट के उम्मीदवार नहीं रहे. श्याम रंगीला ने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया था. वाराणसी लोकसभा सीट के लिए मतदान सातवें चरण में 1 जून को होगा. पीएम मोदी इस सीट पर तीसरी बार बीजेपी के उम्मीदवार हैं, जबकि इंडिया गठबंधन ने अजय राय को इस सीट पर उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर बसपा की ओर से अतहर जमाल लारी उम्मीदवार हैं.