Maharashtra: विधानसभा चुनाव से पहले एकजुट होगी NCP? अजित पवार के 'नो कमेंट्स' वाले बयान ने बढ़ाई महायुति की टेंशन
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सियासत गरमाती जा रही है. इस बीच सबसे बड़ा सवाल सभी के मन में ये है कि क्या एनसीपी प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार क्या महाराष्ट्र चुनाव से पहले एक बार फिर अपने चाचा से हाथ मिला लेंगे या नहीं.
मुंबई, 15 अगस्त: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सियासत गरमाती जा रही है. इस बीच सबसे बड़ा सवाल सभी के मन में ये है कि क्या एनसीपी प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार क्या महाराष्ट्र चुनाव से पहले एक बार फिर अपने चाचा से हाथ मिला लेंगे या नहीं. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में अजित पवार ने इस सवाल पर कहा, 'नो कमेंट्स.' अजित पवार ने अपने चाचा और एनसीपी (एसपी) नेता शरद पवार के साथ फिर से हाथ मिलाने के सवाल पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि वे आगामी विधानसभा चुनाव महायुति गठबंधन के हिस्से के रूप में लड़ेंगे. Maharashtra: अटकी फाइलों को लेकर CM शिंदे और अजित पवार के बीच तनाव, चुनाव से पहले महायुति में खींचतान.
बता दें महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले इस सवाल को उस समय हवा मिली जब अजित पवार ने कहा कि बारामती से सुप्रिया सुले के सामने अपनी पत्नी को उतारकर गलती कर दी. परिवार और राजनीति को अलग रखना चाहिए था. इसके बाद से ही ये सवाल उठने लगे थे क्या अजित पवार फिर से शरद पवार के साथ जाएंगे. हालांकि इस पर अजित पवार ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
महायुति के साथ लड़ेंगे चुनाव
अजित पवार ने यह भी कहा कि वे महायुति का हिस्सा बनकर इस विधानसभा चुनाव में उतरेंगे और स्पष्ट बहुमत हासिल करने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा, "हमारी रैलियां चल रही हैं जिसमें सभी बड़े नेता भाग ले रहे हैं. विपक्ष अपना काम कर रहा है. अंतिम निर्णय केवल मतदाताओं का होगा." बता दें कि अजित पवार ने चुनाव की तैयारी के तहत 'जन संमान यात्रा' शुरू की है.
एएनआई से की गई बातचीत में अजित पवार ने कहा, 'लोकसभा चुनावों में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के महायुति गठबंधन को उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली, लेकिन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) या इंडिया ब्लॉक दलों के साथ वोटों का अंतर बहुत मामूली था.
भतीजे को पार्टी में लेंगे शरद पवार?
शरद पवार ने पिछले महीने कहा था कि कठिन समय में उनके साथ खड़े रहने वाले लोग तय करेंगे कि उनके भतीजे अजित पवार का पार्टी में स्थान होगा या नहीं. उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत निर्णय नहीं होगा.