बिहार: बीजेपी से तनातनी के बीच नीतीश ने फोन कर जाना लालू का हाल, नए सियासी समीकरणों को लेकर चर्चाएं शुरू

चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव का इलाज मुंबई के एशियन हार्ट इंस्टिट्यूट में चल रहा है. 1 मई को लालू यादव को छह हफ्ते की जमानत दी थी.

आरजेडी प्रमुख लालू यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (photo: IANS)

पटना: बिहार में NDA में चल रहे घमासान के बीच नीतीश कुमार ने मुंबई में इलाज करवा रहे आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को कॉल कर उनका हाल जाना हैं. नीतीश के इस कॉल से बिहार की सियासत में फिर हडकंप मच गया है. बीते कुछ समय से बीमार चल रहे लालू को नीतीश के अचानक कॉल करने के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. बता दें कि बिहार में साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में नीतीश और लालू कांग्रेस के साथ चुनावी मैदान में उतरे थे. महागठबंधन ने बीजेपी को पछाड़ दिया था मगर साल 2017 में नीतीश ने महागठबंधन तोड़ बीजेपी के समर्थन से सरकार बना ली थी.

चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव का इलाज मुंबई के एशियन हार्ट इंस्टिट्यूट में चल रहा है. 1 मई को लालू यादव को छह हफ्ते की जमानत दी थी. वहीं, बिहार में NDA के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है. नीतीश की पार्टी जहां 40 में से 25 सीटों की मांग कर रही है, तो वहीं बीजेपी 22 सीटों से कम पर लड़ने को राजी नहीं है. 2014 के चुनाव में बीजेपी ने 22 सीटों पर जीत हासिल की थी.

इस बीच राष्ट्रीय जनता दलके नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने यहां मंगलवार को दो टूक कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए महागठबंधन के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं. बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान किया और यहां की जनता नीतीश को कभी माफ नहीं करेगी. उन्होंने कहा, "जनता को ठगने वाले और 36 घोटालों में शामिल रहने वाले नीतीश की महागठबंधन में कोई जगह नहीं है. अगर नीतीश को महागठबंधन में शामिल कराया जाता है, तो यहां की जनता महागठबंधन को भी माफ नहीं करेगी."

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