नई दिल्ली. दिल्ली की एक अदालत ने आतंकवादी गतिविधियों के लिये धन मुहैया कराने के एक मामले में मंगलवार को अलगाववादी मसरत आलम (Masarat Alam), आसिया अंद्राबी (Asiya Andrabi) और शब्बीर शाह (Shabir Shah) को दस दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया. अब इन तीनों अलगाववादी नेताओं से एनआईए 10 दिनों तक पूछताछ करेगी. एनआईए (NIA) ने तीनों को एक साथ बैठाकर पूछताछ करने की इजाजत मांगी थी. आपको बताना चाहते है कि यह मामला 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के सरगना और जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद से जुड़ा हुआ है.
एनआईए (NIA) के वकील ने कोर्ट को बताया कि मशरत आलम (Masarat Alam) घाटी में नाबालिग बच्चों को पत्थरबाजी करने की ट्रेनिंग देता था. मशरत (Masarat Alam) की ही तरह आसिया अंद्राबी (Asiya Andrabi) नाबालिग बच्चियों को बरगलाती थी और उन्हें सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी करने की ट्रेनिंग दी थी. शब्बीर शाह इन दोनों को पैसे मुहैया कराता था. यह भी पढ़े-जानिए कौन हैं कश्मीर में पाकिस्तानी झंडा फहराने वाली अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी?
#Visuals: NIA gets 10-day custody of separatist Shabbir Shah, Asiya Andrabi, Masarat Alam Bhat. pic.twitter.com/YBx9nwPuUn
— ANI (@ANI) June 4, 2019
जानिए कौन हैं आसिया अंद्राबी?
बताना चाहते है कि हुर्रियत की महिला विंग 'दुख्तरान-ए-मिल्लत' चीफ आसिया अंद्राबी (Asiya Andrabi) जानी-मानी अलगाववादी नेता हैं. 28 अगस्त 2010 को आसिया (Asiya Andrabi) को देश में गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देने, हिंसा फैलाने और देश के विरुद्ध युद्ध छेड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया था. 6 जुलाई 2018 को एनआईए ने आसिया अंद्राबी (Asiya Andrabi) को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था. आसिया के साथ उसकी दो सहयोगियों नाहिदा नसरीन और सोफी फहमीदा को भी गिरफ्तार किया गया था.
जानिए कौन है मशरत आलम?
ज्ञात हो कि मशरत आलम (Masarat Alam) को अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी का करीबी माना जाता है. साल 2008 और 2010 में घाटी में सुरक्षाबलों के खिलाफ पथराव की सिलसिलेवार घटनाओं की अगुवाई भी कश्मीरी अलगाववादी नेता मशरत आलम (Masarat Alam) ने की थी. उस पर युद्ध छेड़ने के अलावा दर्जनों मामले दर्ज हैं. 2008 के अमरनाथ भूमि आंदोलन के दौरान करीब 100 युवक पत्थरबाजी के दौरान मारे गए थे. वह उस आंदोलन का मास्टरमाइंड था. उसे अबतक 17 बार गिरफ्तार किया जा चुका है.
गौरतलब है कि एनआईए (NIA) ने 2018 में सईद, एक अन्य आतंकवादी सरगना सैयद सलाउद्दीन और दस कश्मीरी अलगाववादियों के खिलाफ घाटी में आतंकवादी गतिविधियों के लिये कथित तौर पर धन मुहैया कराने और अलगाववादी गतिविधियों के मामले में आरोपपत्र दायर किया था.
जांच एजेंसी एनआईए (NIA) के अनुसार, मामला 30 मई 2017 को दर्ज हुआ था और पहली गिरफ्तारी पिछले वर्ष 24 जुलाई को हुई थी.