Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली चुनाव के लिए अजित पवार की NCP उतरी मैदान में, 11 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अजित पवार की पार्टी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) भी चुनाव मैदान में कूद गई हैं. चुनाव लड़ने को लेकर एनसीपी ने शनिवार को अपने 11 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है.
Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली में अगले साल फरवरी महीने में विधानसभा चुनाव हो सकता हैं. जिसको लेकर सरगर्मी दिल्ली में बढ़ गई है. इस कड़ी में महाराष्ट्र में राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) को सफ़लता मिलने के बाद अजित पवार की पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए चुनाव मैदान में कूद गई हैं. चुनाव लड़ने को लेकर एनसीपी ने शनिवार को अपने 11 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. यह भी पढ़े: Delhi Elections 2025: मनीष सिसोदिया दिल्ली के पटपड़गंज से नहीं जंगपुरा से लड़ेंगे चुनाव, सीट छोड़ने पर BJP ने पोस्टर जारी कर बताया भगोड़ा
ज़ानें किसे कहां से मिला टिकट
अजित पवार की पार्टी ने बादली से मुलायम सिंह को दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव के खिलाफ टिकट दिया है. वहीं एनसीपी ने बुराड़ी से रतन त्यागी, चांदनी चौक से खालिद उर रहमान, बल्ली मारन से मोहम्मद हारुन और ओखला से इमरान सैफी को मैदान में उतारा है.
छतरपुर से नरेंद्र तंवर को मिला टिकट
वहीं छतरपुर से नरेंद्र तंवर, लक्ष्मी नगर से नमहा, गोकुलपुरी से जगदीश भगत, मंगोलपुरी से खेम चंद, सीमापुरी से राजेश लोहिया और संगम विहार से कमर अहमद को प्रत्याशी बनाया है.
दिल्ली में अगले वर्ष फरवरी में चुनाव होने की उम्मीद है
दिल्ली में अगले वर्ष फरवरी में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है. इससे पहले सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीट के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं, जबकि कांग्रेस ने अब तक 47 सीट के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की है. वहीं बीजेपी भी अपने प्रत्याशियों की लिस्ट तैयार कर रही है. बीजेपी भी किसी भी समय अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकती है.
पिछले चुनाव में जानें किसे कितनी सीटें मिलीं
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटें में 2020 आम आदमी पार्टी ने 62 सीटें जीती थी.वहीं बीजेपी के खाते में 8 सीटें गई थी. दिल्ली के पिछले चुनाव में कांग्रेस की करारी हार मिली.उसने अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी, वहीं 2015 में आप पार्टी ने 67 सीटें जीती थी. इस चुनाव में बीजेपी को महज 3 सीटें मिली थी. वहीं कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.