कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू (Navjot Kaur Sidhu) ने कांग्रेस (Congress) छोड़ दी है. मीडिया से बातचीत में नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि वह अब कांग्रेस की सदस्य नहीं हैं. उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है. वह अब किसी भी राजनीतिक पार्टी में नहीं हैं. अब उनका लक्ष्य समाज सेवा करना है. वह एक समाजसेवी की नाते पंजाब और अपने विधानसभा के हक की लोगों की लड़ाई लड़ती रहेंगी. बता दें कि लंबे समय से नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी की कांग्रेस से अनबन चल रही है. लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद सिद्धू और कांग्रेस के रिश्तों में खटास बढ़ने लगी. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से भी सिद्धू के खराब रिश्ते खुलकर सामने आने लगे.
नवजोत सिंह सिद्धू ने लोकसभा चुनाव के बाद ही अमरिंदर कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. अमृतसर लोकसभा सीट पर सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर को टिकट न दिए जाने पर दोनों के बीच विवाद शुरू हुआ था, जो लगातार बढ़ता ही गया. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से सिद्धू की अनबन इतनी ज्यादा बढ़ गई कि दोनों एक दूसरे के खिलाफ खुल कर मीडिया में बोलने लगे.
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नवजोत सिंह से छह जून को मंत्रिमंडल के पुनर्गठन में स्थानीय सरकार, पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों का विभाग लेकर उन्हें बिजली और नए और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्रालय दे दिया गया था, जिसे स्वीकार करने से उन्होंने मना कर दिया था. इन सब के बीच नवजोत कौर सिद्धू के पार्टी से इस्तीफे के बाद क्या अब नवजोत सिंह सिद्धू भी पार्टी का हाथ छोड़ देंगे, यह इस समय का बड़ा सवाल है.
विवादों से कैसे घिरे सिद्धू
कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता कहे जाने वाले नवजोत सिंह सिद्धू का विवादों से रिश्ता उस समय जुड़ गया जब उनकी तस्वीर खालिस्तानी उग्रवादी और आतंकी हाफिज सईद के करीबी गोपाल सिंह चावला के साथ सामने आई. इसके बाद सिद्धू की पाकिस्तान यात्रा विवादों में आ गई. इमरान खान से सिद्धू की दोस्ती खूब विवादों में छाई रही. विपक्षी दल लगातार इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते रहे. बीजेपी के तरफ से भी कई बार कांग्रेस और सिद्धू को खालिस्तान और पाकिस्तान के प्रति रुख साफ करने के लिए कहा गया.