नई दिल्ली. कांग्रेस ने कहा है कि चुनाव आयोग इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वीपीपैट के प्रयोग पर 20 विपक्षी नेताओं द्वारा उठाई गई चिंताओं के समाधान के लिए बुधवार को बैठक करेगा। इन नेताओं ने मंगलवार को इस बाबत चुनाव आयोग से मुलाकात की। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, "हम बीते ढेड़ महीने से इस मुद्दे को उठा रहे हैं। उन्होंने प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी..आयोग ने हमें करीब एक घंटे तक सुना। उन्होंने हमें आश्वस्त किया कि वे मुख्यत: इन दो मुद्दों को सुलझाने के लिए बुधवार सुबह एक बार फिर मुलाकात करेंगे।"
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रफुल्ल पटेल, द्रमुक की कनिमोझी, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, समाजवादी पार्टी (सपा) के रामगोपाल यादव, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सतीश चंद्र मिश्र, राजद के मनोज झा, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी. राजा और आम आदमी पार्टी (आप) के अरविंद केजरीवाल शामिल थे।
प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया कि पांच अचानक से (रेंडमली) चुने गए मतदाता केंद्रों में वीवीपैट पर्चियों का सत्यापन मतगणना शुरू होने से पहले किया जाना चाहिए ना कि अंतिम चरण की समाप्ति के बाद किया जाना चाहिए।
प्रतिनिधिमंडल ने इसके अलावा यह भी मांग की है कि वीवीपैट सत्यापन में कहीं भी विसंगति पाई जाती है तो उस विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट पर्चियों का 100 प्रतिशत सत्यापन होना चाहिए।