VIDEO: मेरठ में खाकी के साथ बदसलूकी, दरोगा की टोपी उछाली; ममता बनर्जी का पुतला फूंकने पहुंचे हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने काटा बवाल
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Meerut News: यूपी के मेरठ के कमिश्नरी चौराहे पर रविवार को जोरदार हंगामा देखने को मिला. हिंदू स्वाभिमान परिषद के कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे थे. प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि ममता सरकार हिंदुओं पर अत्याचार कर रही है. उन्होंने योगी आदित्यनाथ का अपमान भी किया है. इस विरोध के दौरान कार्यकर्ता ममता बनर्जी का पुतला फूंकने की तैयारी में थे, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया. यही बात कार्यकर्ताओं को नागवार गुजरी, जिसके बाद जमकर धक्कामुक्की और अभद्रता शुरू हो गई.

जब पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए पुतला छीना और उसे नष्ट किया, तो एक महिला प्रदर्शनकारी ने ड्यूटी पर तैनात दरोगा नीतीश कुमार की टोपी सिर से उतारकर हवा में उछाल दी. वहीं, दूसरी महिलाएं पुलिसकर्मियों को चूड़ियां दिखाकर तंज कसती रहीं.

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मेरठ में खाकी के साथ बदसलूकी

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जिलाध्यक्ष गिरफ्तार

पूरा घटनाक्रम वहां मौजूद लोगों के मोबाइल कैमरों में कैद हो गया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस और प्रदर्शनकारी दोनों पक्षों को लेकर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं.

पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकारी कार्य में बाधा, यातायात अवरोध, पुलिस से अभद्रता और धक्कामुक्की जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. संगठन के जिलाध्यक्ष अमित भारद्वाज को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की जा रही है. एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा है कि सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

ममता सरकार कर रही हिंदुओं पर अत्याचार: प्रदर्शनकारी

प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि पश्चिम बंगाल में हिंदू समाज पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं. लोगों को अपने घर छोड़कर पलायन करना पड़ रहा है और ममता सरकार इन घटनाओं पर आंखें मूंदे बैठी है.

प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि ममता बनर्जी की सरकार को तुरंत बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए. साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें विरोध प्रदर्शन करने से रोका और लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया है.