Muslim OBC Reservation: मनोज जरांगे की शिंदे सरकार से मांग, राज्य के मुस्लिमों को ओबीसी का आरक्षण दे
मराठा आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे पाटिल ने राज्य में मुस्लिम समुदाय को भी मुस्लिम ओबीसी आरक्षण देने की मांग कर हलचल मचा दी है.
Muslim OBC Reservation: मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे पाटिल (Manoj Jarange Patil) ने राज्य में मुस्लिम समुदाय को भी मुस्लिम ओबीसी आरक्षण (Muslim OBC Reservation) देने की मांग कर हलचल मचा दी है. जरांगे की मुस्लिम ओबीसी आरक्षण (Muslim Reservation) की मांग से सामाजिक माहौल गरमाने की आशंका है.
राज्य में कुछ स्थानों पर मुस्लिम समुदाय के कुनबी के रूप में प्रविष्टियाँ मिलीं हैं. इसलिए इन मुसलमानों को भी ओबीसी वर्ग (OBC Category) से आरक्षण दिया जाना चाहिए. जरांगे पाटिल ने आज (23 जून) आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा की ,' इन्हें कैसे आरक्षण नहीं मिलता , ये मैं देखता हूं.
' केवल मीठी बातें न करें , आरक्षण दे '
आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में मनोज जरांगे पाटिल के बयान और मांग पर विवाद होने की संभावना है. पहले ओबीसी समुदाय का आरक्षण किस मापदंड पर दिया जाता था? ये सवाल पूछते हुए जरांगे पाटिल ने कहा कि जैसे. कहने का तात्पर्य यह है कि यदि आप नाई समुदाय को आप उनके काम के हिसाब से ओबीसी आरक्षण देते हैं, तो हम मराठे भी आपको हमारे व्यवसाय के बारें में बताते है. ये भी पढ़े :Nashik Incident: नाशिक में एक समुदाय विशेष को लेकर नफरत फैलाने की घटना पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान,कहा- पम्पलेट बांटनेवाले आरोपी को किया गया है गिरफ्तार-Video
यदि उन्हें आरक्षण है क्योंकि वे खेती करते हैं, तो हम (मराठा) भी खेती करते हैं. हम सवाल पूछ रहे हैं, हमें जवाब दो. हमसे सिर्फ मीठी-मीठी बातें न करें. अब तक हमने आपको प्यार दिया है. हम ओबीसी या अन्य के खिलाफ नहीं हैं. हम अपना अधिकार का मराठा आरक्षण चाहते हैं.' जरांगे ने कहा की ,' आपको सभी संविधान के अनुसार चाहिए ना ? तो हमें हमारे सवालों के जवाब दे, व्यवसाय के आधार पर आपने आरक्षण दिया ही कैसे. ऐसा सवाल भी जरांगे ने इस दौरान किया.
' आरक्षण कैसे नहीं देंगे , ये मैं देखता हूं '
मनोज जरांगे पाटिल ने आगे कहा है कि कई जगहों पर अलग-अलग रिकॉर्ड मिल रहे हैं. विशेषकर कुछ स्थानों पर मुस्लिम समुदाय के कुनबी प्रविष्टियाँ भी सामने आई हैं. इसके अलावा लिंगायत, मारवाड़ी, ब्राह्मण, लोहार आदि समुदायों के प्रविष्टियाँ भी कुनबी के रूप में मिली हैं. यदि सरकारी कोर्ट रजिस्टर उपलब्ध है और उनका रिकार्ड कुनबी है तो मुसलमानों को भी ओबीसी वर्ग से ही आरक्षण मिलना चाहिए.
उनके साथ गलत व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए. जरांगे ने आगे कहा की ,'अगर बात कानून की है तो कानून के मुताबिक ही बोलें. पाशा पटेल नाम के एक व्यक्ति की भी कुनबी के रूप में रिकॉर्ड मिला है. इसलिए जरांगे ने पुरजोर मांग की कि अगर मुस्लिम सरकार के दरबारों में ऐसे रिकॉर्ड हैं तो राज्य के सभी मुसलमानों को ओबीसी श्रेणी से आरक्षण दिया जाना चाहिए.