नई दिल्ली. मणिपुर की बीजेपी सरकार (Manipur Political Crisis) पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. हालांकि भारतीय जनता पार्टी अपनी तरफ से एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ती हुई नहीं दिख रही है. इससे पहले बीजेपी-एनपीपी (BJP-NPP) ने मंगलवार को सूबे में राजनीतिक घमासान के मद्देनजर बातचीत की. दोनों पार्टियों के नेताओं ने कई दौर की बैठक की है. लेकिन खबर है कि इस बातचीत का कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकल सका है.
बता दें कि जॉयकुमार सिंह, एल जयंतकुमार सिंह, लेतपा हाओकिप और एन कायसी के नेतृत्व वाले सभी एनपीपी एमएलए चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली आ गए हैं. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि दिल्ली में बीजेपी आलाकमान से बातचीत के बाद भाजपा सरकार पर जो सियासी संकट है वह खत्म हो जाएगा. यह भी पढ़ें-Manipur Political Crisis: मणिपुर में बीजेपी सरकार पर मंडरा रहे हैं खतरे के बादल, कांग्रेस पेश करेगी का दावा; अजय माकन और गौरव गोगोई इम्फाल के लिए रवाना
ANI का ट्वीट-
BJP, NPP continue negotiations to resolve political instability in Manipur
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— ANI Digital (@ani_digital) June 23, 2020
वहीं दूसरी तरफ मेघालय के सीएम और एनपीपी अध्यक्ष कोनराड संगमा और असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने विपक्ष में मौजूद कांग्रेस को सेक्युलर प्रोग्रेसिव फ्रंट के साथ सरकार बनाने से रोकने के लिए मणिपुर की राजधानी इम्फाल का दौरा किया है. हालांकि इसका कोई भी ठोस नतीजा नहीं निकल सका है.
सूबे में मचे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस नेता और मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री इबोबी सिंह को वर्ष 2009 से 2017 के बीच कथित तौर पर 332 करोड़ रुपए घोटाले के केस में आज यानि बुधवार को पूछताछ के लिए जांच एजेंसी सीबीआई ने बुलाया है.इसके साथ ही इस मामले से जुड़े अन्य आरोपियों लोगों को जल्द ही जांच एजेंसी की तरफ से बुलाया जाना है.