मुंबई: एक ओर जहां देश भर में आगामी लोकसभा चुनाव (Lok sabha Election) को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है तो वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र चुनाव आयोग (Maharashtra Election Commission) ने राज्य की तकरीबन 14 राजनीतिक पार्टियों (14 Political parties) को नोटिस (Notice) जारी किया है. दरअसल, राज्य के स्थानीय स्वराज्य संस्था के चुनाव (Swarajya Sanstha Election) के दौरान किए गए खर्चों का ब्योरा न देने के कारण चुनाव आयोग ने बीजेपी, कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी समेत मान्यता प्राप्त 14 राजनीतिक पार्टियों को नोटिस भेजा है. इस नोटिस में सभी पार्टियों को 10 मार्च 2019 तक किए गए चुनावी खर्चों का ब्योरा देने को कहा गया है.
इन पार्टियों को नोटिस भेजे जाने की जानकारी खुद राज्य चुनाव आयुक्त जे.एस. सहारिया ने दी है. सहारिया ने बताया कि राज्य चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर 2016 को एक आदेश जारी किया था, जिसके अनुसार, राजनीतिक पार्टियों को चुनाव पर होने वाले खर्चों का ब्योरा देना आवश्यक किया गया था.
हालांकि इसके बाबत समय-समय पर अलग-अलग माध्यमों से इन पार्टियों को सूचित भी किया गया, बावजूद इसके इन पार्टियों ने इस आदेश पर न तो ध्यान दिया और न ही चुनाव के दौरान किए गए खर्चों का हिसाब दिया. इसलिए अब चुनाव आयोग की तरफ से इन पार्टियों को नोटिस जारी किया गया है. यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव 2019: गिले शिकवे भुलाकर बीजेपी-शिवसेना ने फिर किया गठबंधन, महाराष्ट्र में कांग्रेस की बढ़ी टेंशन
इन पार्टियों को दिया गया है नोटिस
महाराष्ट्र चुनाव आयोग की तरफ से जिन 14 पार्टियों को नोटिस जारी किया गया है उनमें भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष, भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), भारत का कम्युनिस्ट पक्ष (मार्क्सवादी), बहुजन समाज पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी, शिवसेना, महाराष्ट्र नव निर्माण सेना, जनता दल (सेक्युलर), समाजवादी पार्टी, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड मुन्नेत्र कझगम, लोकजनशक्ति पार्टी, ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिम मुस्लिमीन और जनता दल युनाइटेड का नाम शामिल है.