मुंबई, 15 जुलाई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने तत्कालीन महा विकास अघाड़ी सरकार (Maha Vikas Aghadi Govt) पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को घोषणा की कि अगर उनके साथ शामिल होने वाला एक भी विधायक अगला विधानसभा चुनाव हार जाता है तो वह राजनीति छोड़ देंगे. Maharashtra: महाराष्ट्र में कांग्रेस-शिवसेना और NCP एक साथ लड़ सकते हैं चुनाव, शरद पवार ने दिए संकेत
शिंदे ने अपने एक समर्थक विधायक अब्दुल सत्तार की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "मुझे विश्वास है कि ये सभी 50 विधायक चुनाव जीतेंगे.. अगर इनमें से कोई भी हारता है, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा."
उन्होंने दोहराया कि अगले राज्य चुनावों में, उनकी शिवसेना और सहयोगी भारतीय जनता पार्टी को संयुक्त रूप से 200 सीटें मिलेंगी - या वह राजनीति छोड़ देंगे.
तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले एमवीए के पतन के कारण हाल के नाटकीय विद्रोह का जिक्र करते हुए, शिंदे ने स्वीकार किया कि वह इसके संभावित परिणामों से चिंतित थे.
"जब यह सब हो रहा था, शुरू में कुछ 30 विधायक थे, फिर 50 विधायक .. वे सभी मुझे प्रोत्साहित और समर्थन कर रहे थे. लेकिन मैं चिंतित था, मैंने सोचा कि उनका क्या होगा क्योंकि वे उन्होंने अपना पूरा राजनीतिक करियर मेरे साथ दांव पर लगा दिया था."
यह याद करते हुए कि कैसे शिवसेना के विभिन्न नेताओं द्वारा उनके समूह को कुत्ते, सूअर और लाश के रूप में लेबल किया गया था, शिंदे ने आरोपों का खंडन किया कि किसी भी विधायक को जबरन ले जाया गया था और कहा कि वे हिंदुत्व और राज्य के विकास के लिए विद्रोह के लिए एक साथ आए थे.
उन्होंने कहा कि विधायक बालासाहेब ठाकरे और आनंद दीघे से प्रेरित हैं, जो हमेशा कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को राजनीतिक दुश्मन मानते थे और वह ढाई साल के एमवीए कार्यकाल के तहत घुटन महसूस कर रहे थे.