मध्य प्रदेश फ्लोर टेस्ट: बीजेपी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में कल तक टली सुनवाई

मध्य प्रदेश में सियासी घमासान जारी है. बीजेपी जहां कमलनाथ सरकार पर हमलावर हैं वही कांग्रेस नेताओं ने भी मोर्चा खोल रखा है. इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में हो रही सुनवाई कल तक के लिए टल गई है. जानकारी के अनुसार गुरूवार दोपहर साढ़े 10 बजे सुनवाई होगी.

सुप्रीम कोर्ट (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सियासी घमासान जारी है. बीजेपी जहां कमलनाथ सरकार पर हमलावर हैं वही कांग्रेस नेताओं ने भी मोर्चा खोल रखा है. इसी बीच सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में हो रही सुनवाई कल तक के लिए टल गई है. जानकारी के अनुसार गुरूवार दोपहर साढ़े 10 बजे सुनवाई होगी. बताना चाहते है कि सुप्रीम कोर्ट में ये सुनवाई राज्य के शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और 9 विधायकों की याचिका पर हुई है. कांग्रेस के बागी विधायक इन दिनों कर्नाटक के बेंगलुरू में स्थित एक रिजॉर्ट में रूके हुए हैं. वही बेंगलुरु पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने मीडिया से बातचीत में बीजेपी पर निशाना साधा है. दिग्विजय ने कहा कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी जो कर रही है, वह लोकतंत्र की हत्या है.

सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के विधानसभा स्पीकर को जल्द ही निर्णय लेने की भी सलाह दी है. सुप्रीम कोर्ट ने अपनी सुनवाई के दौरान यह भी कहा कि वह यह नहीं तय करता है कि सदन में बहुमत किस पार्टी के पास है या नहीं? यह भी पढ़े-मध्य प्रदेश सियासी संकट: शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह को बताया-देश का सबसे बड़ा ड्रामेबाज

ANI का ट्वीट-

ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में बीजेपी ने दावा किया है कि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद सूबे की कमलनाथ सरकार बहुमत खो चुकी है इसलिए फ्लोर टेस्ट तुरंत कराया जाए. इसके साथ ही विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति ने 22 में से 6 विधायकों का इस्तीफा मंजूर कर लिया है, जिसकी सिफारिश सीएम कमलनाथ ने की थी.

वही दूसरी तरफ सूबे में जारी सियासी संग्राम के बीच कांग्रेस के विधायकों ने आज राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की. कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल को ज्ञापन देकर बेंगलुरू में बंधक बनाए गए पार्टी के बागी विधायकों को रिहा करने की मांग की है.

Share Now

\