मध्य प्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, सिंधिया पर कुछ भी कहने से बचे
राहुल गांधी ने ट्वीट कर मांग की है कि आम लोगों के लिए पेट्रोल के दाम 60 रुपये किये जाएं. राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा- 'PMO जब आप एक निर्वाचित कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने में व्यस्त थे, तब आप वैश्विक स्तर की कीमतों में हुई 35 फीसदी की गिरावट के बारे में जानने से चूक गए होंगे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में चल रहे मौजूदा राजनीतिक संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर पेट्रोल के दामों को लेकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने ट्वीट कर मांग की है कि आम लोगों के लिए पेट्रोल के दाम 60 रुपये किये जाएं. राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा- 'PMO जब आप एक निर्वाचित कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने में व्यस्त थे, तब आप वैश्विक स्तर की कीमतों में हुई 35 फीसदी की गिरावट के बारे में जानने से चूक गए होंगे. क्या आप पेट्रोल की कीमतों को 60 रुपये प्रति लीटर करके भारतीयों को लाभ पहुंचा सकते हैं? यह सुस्त अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में मदद करेगा.'
बता दें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट का फायदा जनता को बुधवार सुबह देखने को मिला. भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में आज गिरावट दर्ज की गई है. बुधवार को पेट्रोल का दाम 2.69 रुपये गिरकर 70.20 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया, वहीं डीजल के दाम 2.33 रुपये गिरकर 63.01 रुपये पर पहुंच गया. यह भी पढ़ें- दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह का सिंधिया पर बड़ा हमला, कहा- कांग्रेस ने उन्हें बहुत कुछ दिया मगर...
यहां देखें राहुल गांधी का ट्वीट-
राहुल गांधी ने बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) पर कुछ बोलने से इनकार किया. बुधवार सुबह जब राहुल गांधी संसद भवन परिसर में पहुंचे, तो मीडिया ने उनसे ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे पर सवाल किया लेकिन राहुल बिना कुछ कहे सीधे चल दिए. हालांकि राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति पर अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी को जरुर घेरा.
सिंधिया पर कुछ भी कहने से बचे राहुल गांधी-
गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिय उन नेताओं में शामिल थे, जो राहुल गांधी के करीबी रहे हैं. राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया एक दूसरे के बेहद करीबी माने जा थे. यहां तक कि लोकसभा में भी दोनों नेता एक साथ ही बैठते थे. ऐसे में राहुल गांधी ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर अब क्या रूख देते हैं या देखने वाली बात होगी.