Madhya Pradesh Assembly Elections Result 2023: मध्य प्रदेश में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन के पीछे ये रही खास वजह, कांग्रेस की उम्मीदों को क्यों लगा झटका
मध्य प्रदेश में मतगणना जारी है. शुरुआती रुझानों में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है. राज्य में फिर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार के आसार हैं.
Madhya Pradesh Assembly Elections Result 2023: मध्य प्रदेश में मतगणना जारी है. शुरुआती रुझानों में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है. राज्य में फिर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार के आसार हैं. मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने ऐसा क्या किया ? जिसकी वजह वह जीत के करीब है. वहीं कांग्रस की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है. मध्य प्रदेश के चुनावी नतीजों में महिला वोटर्स गेमचेंजर बनकर उभरी हैं. Assembly Elections 2023 Results Live Updates: राजस्थान में बीजेपी आगे, 120 सीटों पर बनाई बढ़त
महिलाओं ने दिया शिवराज का साथ: बीजेपी के प्रदर्शन में महिला मतदाताओं का रोल अहम है. बीजेपी महिलाओं के लिए शुरू की गई योजनाएं वोट में कैश कराने में सफल होती नजर आ रही है. बताया जा रहा है कि बीजेपी की जीत के पीछे शिवराज सरकार की लाडली बहना योजना है. मध्य प्रदेश सरकार लाडली बहना योजना के लाभार्थियों को 1250 रुपये महीने देती है. इतना ही नहीं भाजपा ने लाडली बहना योजना की राशि बढ़ाने का भी वादा किया है. बीजेपी इस योजना को बड़ी उपलब्धि के तौर पर जनता के बीच लेकर गई और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुद मोर्चा संभाल लिया.
सीएम योगी की राह पर चले मामा: यूपी के सीएम योगी कानून व्यवस्था से लेकर कई मामलों में बेहद सख्त नजर आते हैं. यूपी में उन्हें बुलडोजर बाबा के नाम से भी जाना जाता है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी अपनी छवि एक सख्त नेता के तौर पर पेश करने की कोशिश की. शिवराज सिंह चौहान ने भी अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर करवाई करने का आदेश दिया. उन्होने अपराधियों को मध्य प्रदेश छोड़ने की धमकी दे डाली.
जातीय समीकरण: भाजपा ने उच्च जाति के हिंदुओं और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के अपने मूल आधार के बीच प्रभावी ढंग से अपना समर्थन मजबूत किया. पार्टी ने लक्षित आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के बीच भी पैठ बनाई.
मोदी फैक्टर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और उनका करिश्मा भाजपा की जीत का एक बड़ा कारण है. मोदी की हिंदुत्ववादी बयानबाजी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर मतदाताओं के एक वर्ग को पसंद आया.
प्रभावी अभियान रणनीति: भाजपा की अभियान रणनीति, जो पार्टी की उपलब्धियों को उजागर करने और चौहान को एक मजबूत नेता के रूप में पेश करने पर केंद्रित थी, जो प्रभावी साबित हुई. पार्टी ने युवा मतदाताओं से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया और डिजिटल आउटरीच का भी उपयोग किया.
कांग्रेस में आंतरिक कलह: कांग्रेस के आंतरिक विभाजन और एकजुट नेतृत्व की कमी ने उसके अभियान प्रयासों में बाधा उत्पन्न की. अपने विविध गुटों को एकजुट करने में पार्टी की असमर्थता ने भाजपा को प्रभावी ढंग से चुनौती देने की उसकी क्षमता को कमजोर कर दिया. कई विधायको ने टिकट ना मिलने से कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
विकास एजेंडा: बुनियादी ढांचे के विकास, विशेष रूप से सड़क निर्माण और विद्युतीकरण पर भाजपा ने ध्यान दिया. लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी और बुनियादी सेवाओं का लाभ मिला, जिसकी वजह से उन्होंने सत्ता के लिए भाजपा को चुना