लोकसभा चुनाव 2019 जो रविवार 19 मई को संपन्न हुए उनके शुरुआती रुझान आने शुरू हो गए हैं. इसी कड़ी में महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके के नागपुर सीट के रुझान भी आ रहे हैं. इस सीट से कांग्रेस के नाना पटोले और बीजेपी से केन्द्रीय नितिन गडकरी मैदान में हैं. बता दें कि लोकसभा चुनावों के लिहाज से महाराष्ट्र एक अहम राज्य हैं जिसमें 48 लोकसभा सीट है. सूबे में 4 चरणों में लोकसभा चुनाव हुए थे. रविवार को आये ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन से आगे रहने का अनुमान लगाया गया है.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी नागपुर सीट पर वर्तमान में सांसद हैं. नाना पटोले को आम चुनाव में गडकरी के खिलाफ कड़ी चुनौती पेश करने वाले नेता के तौर पर माना जा रहा है. इस सीट पर जीत के लिए दलितों का भी समर्थन होना जरुरी माना जाता है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मुख्यालय होने के कारण नागपुर सीट बीजेपी के लिए पहले से ही बहुत अहम रही है.
नाना पटोले पहले बीजेपी में थे. वें भंडारा-गोंदिया सीट पर बीजेपी सांसद थे. उन्होंने ने पीएम नरेंद्र मोदी के कामकाज पर सवाल उठाते हुए 2017 में बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए. इसके कारण इस सीट पर 28 मई को उपचुनाव हुआ था. जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की जीत हुई थी.
पिछले लोकसभा चुनाव में गडकरी को नागपुर में 5.87 लाख वोट मिले थे. उन्होंने कांग्रेस के विलास मुत्तेमवार को हराकर यह सीट जीती थी. मुत्तेमवार को 3 लाख 2 हजार 919 वोट मिले. बीजेपी को सर्वाधिक 54.13 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस को 27.90 प्रतिशत वोट मिले.
गडकरी ने मुत्तेमवार के अलावा बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवार मोहन रामराव और आम आदमी पार्टी (AAP) की महिला कैंडिडेट अंजली अनिश दमानिया को मात दी थी. साल 2014 में नागपुर लोकसभा सीट पर कुल 33 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे.