नई दिल्ली: कांग्रेस ने शनिवार को निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा (Ashok Lavasa) के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा (Sunil Arora) को लिखे पत्र को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. इस पत्र में लवासा ने निर्वाचन आयोग के निर्णयों में अपनी असहमति को रिकॉर्ड नहीं किए जाने पर असंतुष्टि जताई थी. इसके साथ ही पार्टी ने कहा कि यह 'चुनाव आयोग है या चूक आयोग'.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त को लिखे पत्र में, निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा ने मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को उनके भाषणों पर क्लीन चिट दिए जाने के मामले में उनके 'अल्पमत निर्णयों' को रिकॉर्ड नहीं किए जाने के बाद आदर्श आचार संहिता से संबंधित आयोग की पूर्ण बैठकों से खुद को अलग कर लिया.
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, "चुनाव आयोग या चूक आयोग. लोकतंत्र का एक और काला दिवस. जब निर्वाचन आयोग मोदी-शाह की जोड़ी को क्लीन चिट देने में लगा हुआ था, तब सीईसी के सदस्य अशोक लवासा ने कई मौकों पर अपनी असहमति जताई. और चूंकि ईसीआई ने उनकी असहमति को रिकॉर्ड करने तक से इनकार कर दिया इसलिए उन्होंने ईसी से बाहर होने का फैसला किया."
उन्होंने आगे कहा, "संस्थागत गरिमा को कम करना मोदी सरकार का हॉलमार्क है. सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश सार्वजनिक बयान देते हैं, आरबीआई के गवर्नर इस्तीफा देते हैं, सीबीआई निदेशक को हटा दिया जाता है, सीवीसी खोखली रिपोर्ट देती है और अब निर्वाचन आयोग में मतभेद हो रहे हैं. क्या ईसी लवासा के असहमति वाले नोट को रिकॉर्ड करके खुद को शर्मिदगी से बचाएगा."