लोकसभा चुनाव 2019: बिहार की सासाराम सीट पर 'विरासत' बचाने में कामयाब होंगी मीरा कुमार या फिर बाजी मारेंगे छेदी पासवान?

सासाराम सीट पर मीरा कुमार के सामने अपने पिता बाबू जगजीवन राम की विरासत बचाने की चुनौती है.

मीरा कुमार और छेदी पासवान (Photo Credits: Twitter)

बिहार (Bihar) में लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के मद्देनजर अब तक छह चरणों में हुए चुनावों में 32 सीटों पर वोट डाले जा चुके हैं. अब सातवें यानी अंतिम चरण में 19 मई को बाकी बचे आठ सीटों पर वोटिंग होगी. सासाराम (Sasaram) लोकसभा सीट इन आठ सीटों में से काफी अहम है. सासाराम सीट पर इस बार मुकाबला नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (NDA) और महागठबंधन के बीच होगा. एनडीए की तरफ से सासाराम सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने वर्तमान सांसद छेदी पासवान (Chhedi Paswan) को टिकट दिया है तो वहीं, महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस (Congress) ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार (Meira Kumar) को चुनावी मैदान में उतारा है. इन दोनों के अलावा कई निर्दलीय भी सासाराम सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

सासाराम सीट पर जहां मीरा कुमार के सामने अपने पिता बाबू जगजीवन राम की विरासत बचाने की चुनौती है तो वहीं बीजेपी प्रत्याशी छेदी पासवान के सामने इस क्षेत्र से चौथी बार जीत दर्ज करने की चुनौती है. सासाराम कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. सासाराम सीट को देखा जाए तो प्रारंभ से ही यह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. जगजीवन राम और सासाराम प्रारंभ से ही एक दूसरे के पर्याय बने रहे. साल 1984 में जब कांग्रेस के पक्ष में पूरे देश में हवा चल रही थी तब भी जगजीवन राम कांग्रेस (जे) की टिकट पर यहां से आठवीं बार विजयी हुए थे. उस दौर में जगजीवन राम ने कांग्रेस से अलग होकर कांग्रेस (जगजीवन) बना ली थी.

इसके बाद वर्ष 1989 में हुए आम चुनाव में यह सीट जनता दल के हाथ में चली गई परंतु 1996 में इस सीट पर बीजेपी ने कब्जा जमा लिया. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के छेदी पासवान ने कांग्रेस की मीरा कुमार को पराजित कर तीसरी बार जीत दर्ज की थी. उस चुनाव में पासवान को जहां 3,66,087 मत मिले थे, वहीं मीरा कुमार को 3,02,760 मत मिले थे. सासाराम में सवर्ण वर्ग में ब्राह्मण और राजपूत सबसे ज्यादा हैं. लेकिन मतदाताओं की सबसे बड़ी संख्या दलितों की है. दलितों में मीरा कुमार की जाति रविदास पहले नंबर पर और दूसरे नंबर पर छेदी पासवान की जाति पासवान है. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: बिहार की नालंदा सीट पर कौशलेंद्र कुमार लगाएंगे जीत की हैट्रिक या फिर अशोक कुमार आजाद मारेंगे बाजी? 

सासाराम लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा सीटें मोहनिया, भभुआ, चौनपुर, चेनारी, सासाराम और करहगर आती हैं. इनमें तीन विधानसभा सीटें रोहतास जिले की, जबकि तीन कैमूर जिले की हैं. इस क्षेत्र का लोकसभा में सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व जगजीवन राम और उनकी बेटी ने किया है. मीरा कुमार को इस बार राष्ट्रीय जनता दल, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, आरएलएसपी सहित कई छोटे दलों का समर्थन है, जबकि बीजेपी को जेडीयू का साथ है. पिछले चुनाव में आरएलएसपी एनडीए के साथ थी, लेकिन इस बार वह महागठबंधन के साथ है.

आईएएनएस इनपुट

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