लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में विपक्षी महागठबंधन ने मंगलवार को आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के नतीजों को सत्तारूढ़ राजग के पक्ष में करने के लिए हेराफेरी के प्रयास किए जा रहे हैं और आगाह किया कि जबरदस्त ‘‘जनाक्रोश के कारण सड़कों पर खून की नदियां बह सकती हैं.’’ इस पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा कि आसन्न हार को देखते हुए विपक्षी महागठबंधन हताश हो चुका है और उसका बयान सशस्त्र विद्रोह के लिए उकसाने जैसा है .
राजद के प्रदेश प्रमुख रामचंद्र पूर्वे, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और महागठबंधन के अन्य नेताओं के साथ रालोसपा प्रमुख एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने आरोप लगाया कि एग्जिट पोल में बिहार में राजग को 40 में से 30 या उससे अधिक सीटों का अनुमान गुमराह करने वाला है. इसका एकमात्र उद्देश्य हमारे कार्यकर्ताओं का उत्साह भंग करने का है.
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कुशवाहा ने पत्रकारों से कहा कि पहले हम बूथ लूट के बारे में सुनते थे. इस बार, ऐसा संदेह है कि नतीजों को लूटने का प्रयास किया जा सकता है. यह ईवीएम से छेड़छाड़ या मतगणना केन्द्र पर अन्य तरह की गतिविधियों द्वारा किया जा सकता है. राजग के नेताओं को ऐसे किसी भी गलत काम में लिप्त ना होने की चेतावनी दी जाती है. जबरदस्त जनाक्रोश से सड़कों पर खून की नदियां बह सकती हैं, जिसके लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे.
उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल इस दिशा की ओर एक कदम प्रतीत होते हैं. हम सभी ने चुनाव के दौरान राज्य का दौरा किया है और बिना किसी हिचकिचाहट के कह सकते हैं, हम राज्य में हर एक सीट पर जीत रहे हैं. लोगों की प्रतिक्रिया महागठबंधन के पक्ष में है. प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कुशवाहा की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए इसे अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक बताया.