BJP के संकल्प पत्र को कांग्रेस ने बताया 'झांसा पत्र', कहा- इससे अच्छा माफीनामा जारी कर देते
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मोदी जी जुमलों की खेती कर रहे हैं. मोदी सरकार का मूल मंत्र है 'झांसे में फांसो.' बीजेपी पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी सत्ता के नशे में चूर है.
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के लिए सोमवार को अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है. इस घोषणा पत्र में बीजेपी ने देश के हर एक वर्ग के लिए वादे किए हैं. इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के साथ-साथ राम मंदिर निर्माण और महिला सशक्तिकरण का भी जिक्र किया गया है. बीजेपी के इस घोषणा पत्र पर अब कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस ने बीजेपी के संकल्प पत्र को झूठ का गुब्बारा करार दिया. सोमवार को कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी को संकल्प पत्र पर वार किया. कांग्रेस ने बीजेपी के घोषणा पत्र को पूरी तरह झूठा बताया.
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मोदी जी जुमलों की खेती कर रहे हैं. मोदी सरकार का मूल मंत्र है 'झांसे में फांसो.' बीजेपी पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी सत्ता के नशे में चूर है. संकल्प पत्र से अच्छा है बीजेपी को माफीनामा देती. सुरजेवाला ने कहा बीजेपी ने अपनी नाकामी दूसरों पर थोपी. बीजेपी ने आजतक काले धन पर चर्चा नहीं की. बीजेपी के शासन में बेरोज़गारी बेतहाशा बढ़ी है. कांग्रेस ने कहा बीजेपी को 125 झूठे वादों का हिसाब देना चाहिए.
सुरजेवाला ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि देश में 4 करोड़ 70 लाख नौकरियां चली गईं. मोदी जी ने अपने संकल्प पत्र में नौकरी और रोजगार का नाम तक नहीं लिया. घोषणापत्र में नोटबंदी की बात तक नहीं की गई.
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि बीजेपी के घोषणापत्र में सिर्फ मैं ही मैं हूं, इसमें ना देश है और ना पार्टी है. पटेल ने कहा कि बीजेपी के घोषणापत्र में सिर्फ मैं, मेरा और मेरा अहंकार शामिल है. एक तरफ हमारे घोषणापत्र के फ्रंट पर देश की जनता की तस्वीर है तो बीजेपी के संकल्प पत्र पर सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर है. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ झूठ का गुब्बारा है, इससे अच्छा होता कि बीजेपी माफीनामा जारी कर देते. उन्होंने कहा कि आज देश में बेरोजगारी है लेकिन रोजगार के वादों का क्या हुआ.