नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है. सभी पार्टियां इस चुनावी दंगल में अपने प्रबल दावेदार को उतारने की कोशिशों में लगी हैं ताकि वो दूसरी पार्टियों के उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर दे सकें. इसी कड़ी में आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस (Congress) ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट (1st List Of Candidates) जारी कर दी है. कांग्रेस द्वारा जारी की गई पहली लिस्ट में कुल 15 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं. यहां सबसे खास बात तो यह है कि इस पहली लिस्ट में उत्तर प्रदेश से 11 नामों का ऐलान किया गया है, जबकि गुजरात से 4 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई है.
कांग्रेस की 15 उम्मीदवारों की इस पहली लिस्ट के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अपने मौजूदा संसदीय क्षेत्र अमेठी (Amethi) से ही चुनावी मैदान में उतरेंगे, जबकि उनकी मां और यूपीए की चेयर पर्सन सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) अपनी परंपरागत सीट रायबरेली (Rae Bareli) से ही चुनाव लडेंगी.
Congress releases first list of 15 candidates for Lok Sabha elections. 11 from Uttar Pradesh and 4 from Gujarat. Sonia Gandhi to contest from Rae Bareli and Rahul Gandhi to contest from Amethi. pic.twitter.com/PZI4TlJfC6
— ANI (@ANI) March 7, 2019
इस लिस्ट में गुजरात के अहमदाबाद वेस्ट से राजु परमार, आनंद से भरतसिंह सोलंकी, वड़ोदरा से प्रशांत पटेल और छोटा उदयपुर से रंजीत मोहन सिंह रथवा का नाम शामिल है. जबकि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से इमरान मसूद, बदायूं से सलीम इकबाल शेरवानी, चौरहरा से जितिन प्रसाद, उन्नाव से अन्नु टंडन, फर्रूखाबाद से सलमान खुर्शीद, अकबरपुर से राजाराम पाल, जलायुं से ब्रिज लाल खबरी, फैजाबाद से निर्मल खत्री और कुशी नगर से आर.पी.एन सिंह चुनाव लड़ेंगें. यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव 2019: अखिलेश-मायावती के गठबंधन में शामिल होगी कांग्रेस? इतनी सीटों का मिला ऑफर
गौरतलब है कि कांग्रेस की पहली लिस्ट से एक बात तो साफ हो गई है कि अब यह पार्टी सपा-बसपा के गठबंधन से अलग हटकर अकेले ही चुनाव लड़ेगी. दरअसल, समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती गठबंधन में कांग्रेस को सिर्फ रायबरेली और अमेठी की सीट देना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस ने इस लिस्ट को जारी करके उन पर दबाव डाल दिया है. इसके बाद अगर सपा-बसपा कांग्रेस को अपने साथ रखना चाहेगी तो उसे कांग्रेस को ज्यादा सीटें देनी होंगी.