पटना: बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर अब तक सहमति नहीं बनी है. इस बीच, वामपंथी दलों ने भी अपने तेवर गर्म कर लिए हैं. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of India) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य (Dipankar Bhattacharya) ने सोमवार को स्पष्ट कहा कि बिहार के लिए सीट बंटवारा दिल्ली में बैठकर नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को छह सीटों से कम मंजूर नहीं है. पटना में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि महागठबंधन (Alliance) की बड़ी पार्टियों को छोटी पार्टियों को कमतर आंकने की भूल नहीं करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि बिना वामपंथी दलों के सहयोग के भारतीय जनता पार्टी को रोक पाना असंभव है. उन्होंने कहा, "आरा, सीवान, जहानाबाद के अलावा पाटलिपुत्रा, काराकाट और कटिहार क्षेत्र में उनकी तैयारी है. उन्होंने कहा कि किसी पार्टी के साथ धोखा नहीं हो, इसका ख्याल रखा जाना चाहिए."
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भट्टाचार्य ने कहा, "बिहार की सीटों के बंटवारे के लिए बिहार में ही सहयोगी दलों से बात की जानी चाहिए थी. बिहार की सीटों का बंटवारा दिल्ली से तय नहीं किया जा सकता." भाकपा (माले) ने सोमवार को आरा में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया है. जिसके बाद ये उम्मीद जताई जा रही है कि पार्टी अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर सकती है.